-छात्रों ने अपने परिजनों को दी जानकारी
मुरादाबाद, 26 फरवरी (हि.स.)। यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के छह छात्र शनिवार शाम को स्वदेश के लिए रवाना होंगे। यूक्रेन में एबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों ने यह जानकारी अपने परिजनों को दी। छात्रों के परिजन लगातार उनके संपर्क में हैं। संकटकालीन यात्रा प्रबंध में जुटे भारतीय अधिकारियों ने छात्रों को अपने यात्रा और अन्य व्यय के लिए 300 डॉलर रखने के लिए निर्देशित किया है।
यूक्रेन में फंसे मुरादाबाद जिले के छात्रों ने भारतीय दूतावास से मिले वतन वापसी के संदेश के बाद कुछ राहत महसूस की है। मुरादाबाद के अवंतिका कॉलोनी के निमिष सक्सेना, रामगंगा विहार के देवांश जौहरी, ग्राम देहरी निवासी सजल सरकार, चक्कर की मिलक के अमान, पाकबड़ा निवासी बलवीर और मोहम्मद फैज यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यह सभी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि भारतीय दूतावास ने छात्रों को मेसेज भेजा है कि उन्हें भारत लाने के लिए तैयारी कर ली गई है। छात्रों ने इस संदेश को अपने परिवार के सदस्यों से साझा किया है।
छात्रों ने बताया कि यात्रा और अन्य खर्च के लिए 300 डॉलर रखने को गया गया है। दो सौ डॉलर यात्रा व्यय और 100 डॉलर अन्य खर्च के लिए रखना होगा। शनिवार को बसें आएंगी तो छात्रों को निकाला जाएगा। यूक्रेन की टर्नाेपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे मुरादाबाद के छात्रों के अनुसार यूनिवर्सिटि के डॉयरेक्टर ने बताया कि सभी छात्रों को बारी-बारी से भेजा जाएगा। बसों को बॉर्डर से आगे जाने नहीं दिया जा रहा है। बॉर्डर से 20 से 25 किमी पैदल चलकर एयरपोर्ट पहुंचना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है जब तक यूक्रेन नहीं छोड़ते हैं तब तक खतरा लगातार बना हुआ है।
छात्रों के परिजन बेसब्री से अपने जिगर के टुकड़ों का इंतजार कर रहे हैं और विदेश मंत्रालय और जिला प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क भी कर रहे हैं।