मुंबई, 25 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने व्यापार के लिए नहीं अपितु समाज सेवा के भाव को लेकर ही ठाणे जनता सहकारी बैंक की शुरुआत की थी। यह उद्गार ठाणे जनता सहकारी बैंक की ओर से ठाणे शहर में आयोजित स्वर्ण महोत्सव के समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने व्यक्त किए।
संघ प्रमुख डॉ भागवत ने कहा कि इस बैंक की पृष्ठभूमि समाज सेवा की रही है, यही उद्देश्य लेकर बैंकिंग सेवा महाराष्ट्र में ठाणे शहर से शुरू की गई थी। बैंक ने विगत पचास वर्षों में अपनी शाखाएं गोवा, गुजरात, मध्यप्रदेश और कर्नाटक राज्य में विस्तारित की हैं। उन्होंने कहा कि यही ठाणे जनता सहकारी बैंक की धरोहर है।
कार्यक्रम के संचालक सुनील साठे ने बताया कि 05 फरवरी 1972 को ठाणे जनता सहकारी बैंक की स्थापना की गई थी। 1977 में ठाणे में दीनदयाल भवन का उद्घाटन अटल विहारी वाजपेयी ने किया था। शुरू में सिर्फ नौ करोड़ से बैंक के कारोबार निवेश किये गए थे। वर्तमान में ठाणे जनता सहकारी बैंक की 136 शाखाओं में 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक आर्थिक व्यवहार किया जा रहा है।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के तौर पर ठाणे के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे, महापौर नरेश म्हस्के, भाजपा विधायक संजय केलकर, ठाणे भाजपा अध्यक्ष एवं विधायक निरंजन डावखरे, ठाणे जनता सहकारी बैंक के सभी पूर्व अध्यक्ष, गंगाधर साठे, भालचंद्र दाते, मधुकर बापट, सदाशिव जोशी विधाधर वैश्यापामन, नन्द गोपाल मेनन और संचालक सुनील साठे उपस्थित थे।