भोपाल, 24 फरवरी (हि.स.)। केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पहले बीमारू राज्य रहा मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में अब प्रगतिशील राज्य की श्रेणी में आ गया है। उनके नेतृत्व में प्रदेश का बेहतरीन विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम पाँच वर्ष के अन्दर मध्यप्रदेश का रोड स्ट्रक्चर अमेरिका के समान बना देंगे। साथ ही वर्ष 2024 तक भारत के रोड स्ट्रक्चर को अमेरिका की तरह बनाने का प्रयास करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी गुरुवार को उज्जैन में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर मालवा अंचल को बड़ी सौगात देते हुए 5,722 करोड़ की 534 किलोमीटर लम्बी 11 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि उज्जैन में हो रहे महाकाल मंदिर विस्तारीकरण कार्य से मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा किया जा रहा यह कार्य निश्चित रूप से यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को अलौकिक अनुभव प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि भूतल परिवहन मंत्रालय देश में 20 रोड कम एयर स्ट्रिप बना रहा है। उज्जैन में भी इस तरह के प्रस्ताव भेजने पर स्वीकृति दी जायेगी। महाकाल आने वाले श्रद्धालुओं को इन्दौर आने की आवश्यकता नहीं होगी, अपितु उज्जैन में ही एयर बेस बनायेंगे। उन्होंने उपलब्धता होने पर पानी पर चलने वाले प्लेन की सेवाएँ भी उज्जैन संभाग में देने की बात कही।
गडकरी ने कहा कि सांसद अनिल फिरोजिया की मांग पर उन्होंने उज्जैन से झालावाड़ रोड जो टू-लेन बननी है, उसमें 50 किलो मीटर तक की रोड फोरलेन बनाने की स्वीकृति प्रदान की है। उज्जैन शहर में हवा से चलने वाली बस एवं बसपोर्ट का निर्माण किया जायेगा, जिसका लाभ धार्मिक नगरी में आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा। लोक निर्माण विभाग को इस आशय का प्रस्ताव भेजने के लिये कहा गया है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जावरा-उज्जैन टू-लेन टोल मार्ग पर पुराने टोल की समस्या दूर कर राज्य शासन प्रस्ताव भेजेगा, तो नई सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि कहा कि इन्दौर-पीथमपुर-उज्जैन मार्ग का प्रस्ताव प्राप्त होने पर स्वीकृति प्रदान की जायेगी। देवास-उज्जैन फोरलेन को शहर तक लाने के लिये केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय तैयार है। राज्य सरकार को जमीन अधिग्रहित करके देना होगी। मुख्यमंत्री चौहान ने नर्मदा एक्सप्रेस-वे की स्वीकृति का प्रस्ताव दिया है, जिस पर चर्चा कर स्वीकृति दी जायेगी।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि उज्जैन के आसपास इन्दौर और गरोठ मार्ग के निकट शासकीय जमीन चिन्हित कर यदि प्रदान की जाती है, तो यहाँ लॉजिस्टिक पार्क बनाया जायेगा। प्रदेश के विभिन्न शहरों में बायपास मार्ग के लिये प्रस्ताव आने पर 400 से 600 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी जायेगी।
गडकरी ने बताया कि इस बार सीआरएफ फण्ड में 1600 करोड़ रुपये हमें ज्यादा मिले हैं। इसलिये इस बार 10 हजार करोड़ रुपये से बहुत सारे रेलवे ओवर ब्रिज बना दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार भी जहाँ-जहाँ आरओबी बनना है, उनके प्रस्ताव भेजे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास हुआ है, वैसे-वैसे ही शहरों के बीच दूरियाँ घट गई है। अब दिल्ली से मुम्बई सड़क मार्ग से सिर्फ 12 घंटे में पहुँचा जा सकेगा। दिल्ली से देहरादून दो घंटे में, दिल्ली से कटरा छह घंटे में और दिल्ली से श्रीनगर आठ घंटे में पहुँचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आज हुए सड़कों के शिलान्यास से अब उज्जैन से मुम्बई आठ घंटे में एवं उज्जैन से दिल्ली छह घंटे में पहुँचा जा सकेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि दिल्ली-मुम्बई हाई-वे जो मध्यप्रदेश से होकर जा रहा है, उस पर 65 ब्रिज बनाने का कार्य चल रहा है। इन्दौर से हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग को एक्सप्रेस-वे बनाना प्रस्तावित है। यह मार्ग 15 हजार करोड़ रुपये की राशि से बनाया जायेगा। इसी तरह अटल एक्सप्रेस-वे 413 किलो मीटर की लम्बाई में 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जायेगा। शीघ्र ही इनका भूमि-पूजन होगा। उन्होंने बताया कि इन्दौर में 18 किलो मीटर सर्विस रोड का कार्य पूरा होने वाला है।इसमें 32 गाँव रास्ते में पड़ते हैं जिनमें सभी में सर्विस रोड बनाई जायेगी।