अमेठी, 24 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना टीकाकरण में नियम और कानून पालन को लेकर अपनी प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुये समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि परिवारवादी सरकार में होते तो सारी लाइनें तोड़कर खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाते। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वयं उन्होंने और उनकी सौ वर्षीय मां ने भी अपनी बारी आने पर ही टीकाकरण करवाया।
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अमेठी में एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि मतदाताओं ने भाजपा को चार चरणों में जो आशीर्वाद दिया है उससे वोटों के विभाजन पर विपक्षी गणित गलत हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया, उस पर हर भारतीय को गर्व है। पहले दिन से ये अभियान नियमों के अनुसार चला। कोई भगदड़ नहीं, कोई ब्लैक मार्केटिंग नहीं। उन्होंने कहा, “आप खुद भी गवाह हैं कि जब वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो मोदी खुद दौड़कर सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंच गया। हमने पहले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को, सफाई कर्मचारियों को, बुजुर्गों को, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया।”
उन्होंने कहा कि ‘परिवारवादी’ जमीनी हकीकत से इतने दूर हैं कि उन्हें जमीन पर क्या हो रहा है यह नहीं दिखाई देता… वे सत्ता में आकर अपने परिवार की ताकत बढ़ाना चाहते हैं और राजाओं की तरह आप (जनता) पर शासन करना चाहते हैं। हमारी ताकत बाहुबली और माफिया नहीं, बल्कि उप्र की जनता है।
विकास के नाम पर वोट की अपील करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दशकों बाद उप्र में ऐसा चुनाव हो रहा है जब कोई सरकार अपने किए विकास कार्यों के आधार पर, गरीब के हित में किए कार्यों के आधार पर वोट मांग रही है। वर्षों बाद ऐसा हुआ है जब उप्र की सरकार, सुधरी हुई कानून व्यवस्था पर वोट मांग रही है।