नई दिल्ली, 23 फरवरी (हि.स.)। कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या और तेलंगाना के हिंदू मंदिर में गोरक्षक पर हुए जानलेवा हमले को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने गंभीरता से लिया है। दोनों वारदात से आहत विहिप ने इस्लामिक जिहादियों को कड़ी चेतावनी दी है। विहिप ने कहा कि हिन्दुओं के धैर्य की परीक्षा लेने से जिहादी बाज आएं। अगर हिंदुओं के सब्र का बांध टूटा तो छठी का दूध याद आ जाएगा। विहिप ने कहा कि देशभक्तों का दमन और धर्मद्रोही एवं देशद्रोहियों से ममता अब और बर्दास्त नहीं की जा सकती।
विहिप के केंद्रीय महासचिव मिलिंद परांडे ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि गोरक्षा और धर्मरक्षा के लिए समर्पित हिन्दुओं की हत्या करने वालों एवं उनको समर्थन और सहयोग देकर हिन्दुओं को डराने वालों को समझना होगा कि यदि वे बाज नहीं आए तो हिन्दू युवक सड़कों पर उतारेंगे। उन्होंने तेलंगाना और महाराष्ट्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हिन्दू युवकों के विरुद्ध सरकारी दमन चक्र की भी भर्त्सना की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें क्या मुस्लिम तुष्टीकरण की आड़ में इतनी अंधी हो गई हैं कि हिंसक जिहादियों की बजाय पीड़ित हिन्दू समाज के लोगों को ही गिरफ्तार कर रही हैं? क्या गोरक्षा करना और देश या धर्म की रक्षा करना भारत में पाप है? देशभक्तों का दमन और धर्मद्रोही एवं देशद्रोहियों से ममता अब और बर्दास्त नहीं की जा सकती।
विहिप महासचिव परांडे ने कहा कि महाराष्ट्र एवं तेलंगाना जैसे राज्यों के कुछ नेताओं, पार्टियों एवं संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की इसी मानसिकता के कारण हिंसक जिहादियों का मनोबल बढ़ता है। हिन्दू समाज इसे कदापि स्वीकार नहीं करेगा।
इस बीच, कर्नाटक में विहिप और बजरंग दल ने अपने कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के विरोध में राज्यव्यापी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हर्षा को न्याय और पीएफआई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए जिलाधीशों को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपे।