लंदन, 19 फ़रवरी (हि.स.)। अटलांटिक महासागर में उठे जबर्दस्त तूफान यूनिस ने इंग्लैंड व आयरलैंड सहित यूरोप के कई देशों पर कहर ढा दिया है। 196 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से चली तेज हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इससे अबतक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। यह संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है।
ब्रिटेन के मौसम विभाग के अनुसार तूफान यूनिस पश्चिमी इंग्लैंड के कॉर्नवाल तट से टकराया। इसके असर से समुद्र में जबर्दस्त लहरें उठीं। इस कारण समुद्री सेवाओं के अलावा हवाई सेवाओं और रेल सेवाओं पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है। हजारों घरों की बिजली गुल है और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। लंदन के प्रसिद्ध ओ2 एरेना सहित सैकड़ों कॉटेज की छतें उड़ गयी हैं। जिस समय तूफान आया, ओ2 एरेना परिसर में एक हजार से अधिक लोग मौजूद थे। आनन-फानन में राहत कार्य चलाकर परिसर को खाली कराया गया।
हवा इतनी तेज चली कि ब्रिटेन में 436 उड़ानें रद्द कर दी गयीं। लंदन में एक महिला की कार पर पेड़ गिरने से मौत हो गई। वहीं, लिवरपुल में एक व्यक्ति की कार पर मलबा गिरने से जान गई। दक्षिणी इंग्लिश काउंटी हैम्पशायर में एक वाहन के गिरे हुए पेड़ से टकरा जाने से एक व्यक्ति की जान चली गयी। नीदरलैंड्स में पेड़ गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। बेल्जियम में तेज हवाओं से एक क्रेन अस्पताल की छत पर गिर गई। एक ब्रिटिश व्यक्ति की नाव से पानी में गिरने के कारण मौत हो गई। वेल्स में बिजली की लाइनें टूटने से एक लाख से अधिक लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा।