न्यूयार्क, 16 फरवरी (हि.स.)। संयुक्त राष्ट्र संघ ने चेतावनी दी है कि सोमालिया का सूखा व कुपोषण त्रासदी में बदल सकता है। इनमें 43 लाख लोग सूखे से प्रभावित हैं, जबकि दो लाख 70 हज़ार से अधिक विस्थापन का शिकार हैं।
सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि और संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रमुख जेम्स स्वॉन ने सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों को बताया कि सोमालिया में सूखे से गम्भीर हालात उत्पन्न हो गए हैं, जो मानवीय त्रासदी में तब्दील हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि सोमालिया में राजनीतिक अस्थिरता भी संकट का बड़ा कारण है। वहां राष्ट्रीय चुनाव प्रक्रिया अपने कार्यक्रम से एक वर्ष पीछे चल रही है और महिलाओं का राजनैतिक प्रतिनिधित्व भी वादों के अनुसार नहीं है।
उन्होंने बताया कि निचले सदन, ‘हाउस ऑफ़ द पीपल’ की 275 सीटों में से केवल 130 ही अब तक भर पाई हैं। इनमें से 23 सीटें महिलाओं को मिली हैं, जो लगभग 22 फ़ीसदी है। इस बीच, चरमपंथी गुट अल-शबाब सोमालिया के लिये एक बड़ा सुरक्षा ख़तरा बना हुआ है। हाल के महीनों में आईईडी विस्फोटकों के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। राजधानी मोगादिशु में हमले बढ़ने से आम नागरिक हताहत हुए हैं। इस बीच, सोमालिया को हाल के वर्षों के सबसे गम्भीर सूखे का सामना करना पड़ रहा है। इस वर्ष सोमालिया में 77 लाख लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी। इनमें 43 लाख लोग सूखे से प्रभावित हैं, जबकि दो लाख 70 हज़ार से अधिक विस्थापन का शिकार हैं।