गोरखपुर, 15 फरवरी (हि.स.)। सुल्तानपुर से गोरखपुर के रास्ते वय कोलकाता होते हुए बांग्लादेश को तस्करी किये जा रहे कछुओं की एक बड़ी खेप बरामद हुई है। आरपीएफ, जीआरपी सीआइबी की संयुक्त कार्रवाई में गोरखपुर रेलवे स्टेशन से न सिर्फ इन तस्करों के गैंग का पर्दाफाश हुआ है बल्कि 426 कछुए बरामद भी हुए हैं। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपित की पहचान सुल्तानपुर कोतवाली क्षेत्र के निवासी रवि कुमार के रूप में हुई है। बस से गोरखपुर पहुंचा यह तस्कर ऑटो से रेलवे स्टेशन पहुंचा था और पूर्वांचल एक्सप्रेस का इंतजार कर रहा था कि जीआरपी टीम ने इसे दबोच लिया।
इस तस्कर ने कछुओं की खेप को सुल्तानपुर से उठाया था। इन्हें गोरखपुर के रास्ते कोलकाता ले जा रहा था। जहां से इन कछुओं को बांग्लादेश भेजा जाना था। इन कछुओं को पांच-छह बोरियों में भरकर ले जाया जा रहा था। रेलवे स्टेशन पर चल रही रूटीन चेकिंग के दौरान इन्हें दबोचा गया। आरोपी के खिलाफ जीआरपी थाने में केस दर्ज किया गया है। इधर, बरामद कछुओं को वन विभाग को सुपुर्द दिया गया है।
पुलिस देखकर भाग रहा था आरोपी
रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में एक संदिग्ध व्यक्ति 5-6 बोरियों के साथ बैठा था। इसी दौरान उस ओर से यह जांच टीम गुजरी। टीम को देखते ही बोरी के पास बैठा व्यक्ति भागने लगा। इसके बाद पुलिस टीम ने बिना देर किए संदिग्ध को धर-दबोचा।
बोरियों की तलाश में निकले कछुए
तलाशी के दौरान जब पुलिस ने गठरी बना रखे गए बोरों की जांच-पड़ताल की तो उनमें से दुर्लभ प्रजाति के कछुए निकले। इन बोरों में एक दो नहीं बल्कि 426 कछुए मिले। एक-एक कछुए का वजन करीब आधा से एक किलो बताया जा रहा है।
बता दें कि इसके पूर्व भी गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर कछुओं की खेप पकड़ी जा चुकी है। जून 2021 में पुलिस टीम ने 4 तस्करों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से तीन से चार किलो के 46 कछुए बरामद किए थे। नम्वबर 2018 में पूर्णिया में इंडियन सॉफ्ट शेल्ड प्रजाति के कछुओं की दो खेप पकड़ी गई थी। यहां 337 कछुए बरामद हुए थे। इन कछुओं का वजन दो से लेकर 30 किलोग्राम तक था। 10 तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया था।