नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स.)। महामारी के बावजूद केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रम रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष में 474.15 करोड़ रुपये की समेकित आय दर्ज की है।
रेल मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (सीपीएसयू) रेलटेल ने वित्त वर्ष 21-22 की तीसरी तिमाही में 474.15 करोड़ रुपये की समेकित आय दर्ज की है। इसमें वित्त वर्ष 20-21 की तीसरी तिमाही में 417.79 करोड़ रुपये की समेकित आय की तुलना में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 13.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
इसके साथ ही रेलटेल ने वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के दौरान समेकित आधार पर 88.14 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) और 66.01 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया है। चालू वित्त वर्ष के नौ महीनों में रेलटेल ने परिचालन से 1083 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है, जो वित्त वर्ष 20-21 के 9 महीनों की तुलना में 14.24 प्रतिशत की वृद्धि है।
रेलटेल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पुनीत चावला ने मंगलवार को परिणाम के बारे में बात करते हुए कहा कि म इस कमजोर बाजार परिदृश्य में काफी अच्छा कर रहे हैं और लगातार लाभ कमा रहे हैं। अगर चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों के परिणाम की तुलना वित्त वर्ष 20-21 से करें, तो हमारा कर पश्चात लाभ 34.78 प्रतिशत और ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय में 17.82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास 6400 करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर बुक हैं, जिसे आने वाली तिमाहियों में चरणबद्ध तरीके से निष्पादित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारा ध्यान डिजिटलीकरण पर है जो हमारे बी2बी के साथ-साथ बी2सी कारोबार को बढ़ावा दे रहा है। हमारी खुदरा बोर्डबैंड सेवा रेलवॉयर 4.6 लाख ग्राहकों तक पहुंच गई है और हम मार्च, 22 के अंत तक 5 लाख ग्राहकों और 280 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार का लक्ष्य बना रहे हैं। हम अपने नेटवर्क और अवसंरचना के विस्तार और उन्नयन पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इससे हमें अपने ग्राहकों की संख्या में वृद्धि करने के साथ-साथ मौजूदा ग्राहकों को बेहतर सेवा देने में मदद मिलेगी। हम 2020 से महामारी की 3 लहरों के बावजूद भी सकारात्मक परिणाम बनाए हुए हैं। हम भविष्य में भी इस गति को जारी रखने के प्रति आश्वस्त हैं।