नई दिल्ली, 11 फ़रवरी (हि.स.)। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को जोरदार बिकवाली का दबाव बना रहा। कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण शेयर बाजार ने कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की और कारोबार का अंत भी कमजोरी के साथ ही हुआ। हालांकि कारोबार के बीच में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने खरीदारी करके बाजार को संभालने की कोशिश जरूर की, लेकिन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की चौतरफा बिकवाली के कारण बाजार लाल निशान में ही बंद हुआ। शेयर बाजार में हुई जोरदार बिकवाली के कारण दिनभर के कारोबार में निवेशकों को चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का चूना लग गया।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने आज 478.88 अंक की कमजोरी के साथ 58,447.15 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण बने निगेटिव सेंटीमेंट्स के बीच घरेलू शेयर बाजार में शुरू से ही बिकवाली का दबाव बन गया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने चौतरफा बिकवाली कर अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया, जिसके कारण सेंसेक्स तेजी से नीचे गिरने लगा।
शुरुआती 20 मिनट के कारोबार में एक-दो बार बाजार को संभालने के लिए घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की ओर से खरीदारी की मामूली कोशिश भी हुई, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि सेंसेक्स संभल नहीं सका और लगातार लुढ़कता ही चला गया। शेयर बाजार में ये गिरावट दोपहर 11:30 बजे तक जारी रही। बिकवाली के दबाव के कारण सेंसेक्स इस समय तक 1,011.93 अंक की कमजोरी के साथ 57,914.10 अंक तक लुढ़क चुका था।
इस गिरावट के बाद बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने खरीदारी तेज करके बाजार को संभालने की कोशिश की। जिसके कारण शेयर बाजार में मजबूती का रुख बनता हुआ नजर आया। खरीदारी के सपोर्ट से 2 बजे के थोड़ी देर पहले तक सेंसेक्स आज के निचले स्तर से करीब 470 अंक रिकवर करके 58,383.14 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद बाजार में एक बार फिर चौतरफा बिकवाली शुरू हो गई, जिसके कारण सेंसेक्स दोबारा गोता लगाने लगा। खरीद बिक्री के दबावों का सामना करते हुए सेंसेक्स 773.11 अंक की कमजोरी के साथ 58,152.92 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज 154.85 अंक की गिरावट के साथ 17,451 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) की ओर से हो रही चौतरफा बिकवाली का असर निफ्टी की गति पर भी पड़ा। लगातार हो रही बिकवाली के कारण ये सूचकांक लगातार नीचे गिरता चला गया।
बाजार में जारी जोरदार गिरावट के बीच खरीदारों ने लिवाली करके बाजार को संभालने की कोशिश भी की, लेकिन ये लिवाल विदेशी निवेशकों की ओर से हो रही बिकवाली के दबाव का सामना नहीं कर सके। बाजार में बिकवाली का दबाव इतना अधिक बना हुआ था कि शेयर बाजार कुछ मिनटों के लिए संभलने के बाद लगातार गिरता चला गया।
बाजार की ये कमजोरी दोपहर 12 बजे के थोड़ी देर पहले तक जारी रही, जिसके कारण निफ्टी 302.85 अंक फिसल कर 17,303 अंक के स्तर पर पहुंच गया। लेकिन इसके बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों ने मोर्चा संभाला और चौतरफा खरीदारी करके निफ्टी को भी ऊपर चढ़ाने में सहयोग किया। बाजार में शुरू हुई इस खरीदारी के सपोर्ट से अगले 2 घंटे में निफ्टी निचले स्तर से 141.30 अंक की रिकवरी के साथ 17,444.30 अंक के स्तर पर पहुंच गया।
इस समय तक शेयर बाजार में सुधार होता नजर आ रहा था लेकिन 2 बजे के थोड़ी देर पहले ही शेयर बाजार में एक बार फिर बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण निफ्टी भी फिसल कर नीचे जाने लगा। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस गिरावट के बीच भी बार-बार खरीदारी करके बाजार को संभालने की कोशिश की, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना ज्यादा था कि निफ्टी लगातार गिरता ही रहा। कारोबार के आखिरी घंटे में बिकवाली के दबाव का सामना करते हुए इस सूचकांक में 231.10 अंक की गिरावट के साथ 17,374.75 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
आज दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से सिर्फ एनटीपीसी, टाटा स्टील और इंडसइंड बैंक के शेयर ही मुनाफा कमाकर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 27 शेयरों ने बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार का अंत किया। इसी तरह निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 5 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 45 शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। आज के कारोबार में बाजार में हुई बिकवाली के कारण लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में 4.18 लाख करोड़ रुपये की कमी आ गई। कल यानी गुरुवार को कारोबार खत्म होने के बाद लिस्टेड कंपनियों का मार्केट का 267.65 लाख करोड़ रुपये था, जो आज घटकर 263.47 करोड़ रुपये हो गया।
दिग्गज शेयरों में से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) 1.75 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 1.03 प्रतिशत, एनटीपीसी 0.51 प्रतिशत, टाटा स्टील 0.49 प्रतिशत और आईटीसी 0.09 प्रतिशत की मजबूती के साथ टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी तरफ ग्रासिम इंडस्ट्रीज 3.3 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 2.97 प्रतिशत, इंफोसिस 2.73 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजीज 2.24 प्रतिशत और यूपीएल 2.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।