नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में टीएसआर जवानों की विशेष भूमिका है : त्रिपुरा सीएम

बिशालगढ़, 10 फरवरी: सरकारी सेवाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने में प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासनिक व्यवस्था के अंतिम लोगों की भी अहम भूमिका होती है। नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में टीएसआर कर्मियों की भी विशेष भूमिका होती है। यह बात मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने आज गाकुलनगर में टीएसआर फर्स्ट बटालियन मुख्यालय का निरीक्षण करने के बाद कही। दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यालय के विभिन्न विभागों का दौरा किया।

उन्होंने टीएसआर जवानों के क्वार्टर की वास्तविक स्थिति का भी निरीक्षण किया और जवानों के परिजनों से बात की। आवास में जवानों की उपस्थिति सहित विभिन्न मुद्दों से अवगत हुए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक मामलों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सैन्य सम्मेलन में टीएसआर जवानों से भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि टीएसआर के जवान मानव सुरक्षा के हित में अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं। राज्य में आतंकवाद को दबाने से लेकर इन ताकतों ने राज्य के बाहर भी अपने हुनर​की मिसाल कायम की है। लेकिन उन्हें अपनी विभिन्न समस्याओं से सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को अवगत कराने का मौका नहीं मिलता। इसलिए मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के रूप में वह प्रत्येक बल के मुख्यालय, शिविरों और छोटी प्लाटून चौकियों में जा रहे हैं और सैनिकों के दैनिक जीवन को देख रहे हैं।

दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने एक सैन्य सम्मेलन में कहा कि सरकार चलाने में शीर्ष अधिकारियों की भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि सरकारी व्यवस्था में अंतिम व्यक्ति की। मुख्यमंत्री ने राज्य के इस गौरवशाली बल के मनोबल को मजबूत करने के साथ-साथ टीएसआर कर्मियों की भूमिका और जिम्मेदारियों के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर जोर दिया। उन्होंने नियमित कार्य करने के अलावा राज्य की सकारात्मक गतिविधियों और घटनाओं पर भी नजर रखने पर जोर दिया।

बैठक में विचारों का आदान-प्रदान करने पहुंचे टीएसआर जवानों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न सकारात्मक कदमों से उनका मनोबल काफी बढ़ा है। उन्हें सातवें वेतन आयोग का लाभ भी मिला। दौरे के दौरान मुख्यमंत्री के साथ सिपाहीजला के जिलाधिकारी बिश्वश्री बी, आईजी टीएसआर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी व टीएसआर के जवान भी थे।