प्रयागराज, 10 फरवरी (हि.स.)। पीड़ितों और प्रताड़ितों को सशक्त करने और समाज के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मेरा सपना है कि शहर पश्चिमी में हर समाज एवं हर घर परिवार का एक सदस्य स्वावलम्बी बने।
यह बातें भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शहर पश्चिमी विधानसभा के तेवारा, जनका गाँव एवं अकबरपुर में जनसंपर्क के दौरान वहां की जनता को सम्बोधित करते हुए कहीं। जनसंपर्क अभियान की कड़ी में गुरूवार को अकबरपुर, तेवारा और जनका गांव में जनसंपर्क के दौरान संगीता पाल ने बताया कि 2017 से पहले गांव में हर इंसान के अंदर दहशत रहता था। कब अतीक अहमद या उनके गुर्गे आ जाए जो उनकी बातें नहीं मानता था, उनके गुर्गे बहुत पिटाई करते थे। पूजा पाल को विधायक बनाया मगर दहशत नहीं खत्म हुआ था। पुलिस सुनती नहीं थी बल्कि उल्टे मार खाने वाले को जेल भेज देते थे। गांव में आने वाले मार्ग को मुस्लिमों ने 40 सालों से अवरुद्ध कर रखा था। मुख्य मार्ग को पूजा पाल भी नहीं खुलवा पाई थी। जब आप आए तो पीएसी लगवाकर मुख्य मार्ग को खुलवा दिया।
सीमा कुशवाहा ने कहा शहर पश्चिमी में पिछले पांच सालों से दहशत नहीं है। अब पुलिस के पास जाने पर तुरंत एक्शन हो रहा है। प्रीति पटेल ने कहा महिलाओं के हाथ काम न होने से घर खर्च चलाना मुश्किल हो गए थे। क्योंकि कोरोना के दौर में प्राइवेट नौकरी करने वाले पति को नौकरी से निकाल दिया गया। आपने महिलाओं को शक्ति और मार्ग दिखाया जिसका नतीजा है कि दस से 12 हजार रुपए की आमदनी होने लगी।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा मेरे नाना ने भी गुजरात में महिलाओं के उत्थान पर नई दिशा दी थी। मुझे शहर पश्चिमी की जनता का आशीर्वाद मिला है तो मैंने अपना धर्म निभाया है। शहर पश्चिमी विधानसभा के अकबरपुर, तेवारा, जनका गांव की महिला शक्ति से संपूर्ण समर्थन मिलने पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के महिला सशक्तिकरण के संकल्प से हम आज भय मुक्त हैं। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने के साथ ही आज हमारे हाथ सशक्त है।
इससे पहले सिद्धार्थ नाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण के मतदान में अपील करते हुए ट्वीट किया कि आप सभी मतदाताओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर देशहित में मतदान करने का आग्रह करता हूं। सुशासन के लिए दिया गया आपका ये वोट सभी के लिए प्रगति, समृद्धि और विकास के साथ एक उज्ज्वल भविष्य लायेगा।
इस दौरान मालती सोनकर, राम लोचन साहू, दीनानाथ कुशवाहा, अश्वनी शर्मा, रामजी शुक्ला, श्रीप्रकाश तिवारी, पवन मिश्र, राजेश पांडे, हरिशचंद्र, दिवाकर कुमार, वीरेंद्र कुमार, मोहम्मद अख्तर बाबू, हरिराम, आशीष शर्मा, विनोद दिवाकर, छत्रपति सिंह पटेल, अनिल कुमार सिंह, सावित्री सिंह पटेल, राम नरेश पटेल, समर पाल, श्रवण पाल, काजल पटेल, रंजीव सिंह, रवि निषाद, आलोक सिंह पटेल, पवन शुक्ला, दिनेश तिवारी आदि जनसपंर्क कर कमल के फूल पर बटन दबाने की अपील कर रहे थे।