नई दिल्ली, 10 फरवरी (हि.स)। जूनियर बेसिक टीचर (जेबीटी) भर्ती घोटाले में दस साल की सजा काट रहे पूर्व सांसद अजय चौटाला आज सजा पूरी कर जेल से रिहा हो गए। इस संबंध में तिहाड़ जेल में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद अजय चौटाला अपने निवास पर पहुंचे गए हैं। हालांकि वह पिछले साल मई से आपातकालीन पैरोल पर जेल से बाहर थे।
तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि जेबीटी भर्ती घोटाले में दोषी अजय चौटाला 2013 से तिहाड़ जेल में बंद थे। गुरुवार को जुर्माना राशि एक हजार रुपये जमा करने के बाद उन्हें औपचारिक रूप से रिहा कर दिया गया। जेल में बंद रहने के दौरान उन्होंने सजा से दो साल सात महीने और 24 दिनों की कुल छूट भी अर्जित की थी।
क्या था पूरा मामला
सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक हरियाणा में इनेलो की सरकार बनने के बाद साल 1999-2000 में जेबीटी टीचर की भर्ती निकाली गई। चौटाला सरकार ने भर्ती का अधिकार एसएससी से लेकर अपने पास रख लिया और इसके लिए जिला स्तर पर समितियां गठित कर दीं। चार्जशीट के अनुसार 3,206 जूनियर बेसिक ट्रेंड (जेबीटी) टीचर्स की नियुक्ति में ओम प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। नियुक्तियों की दूसरी लिस्ट 18 जिलों की चयन समिति के सदस्यों और अध्यक्षों को हरियाणा भवन और चंडीगढ़ के गेस्ट हाउस में बुलाकर तैयार कराया गया। इसमें जिन अयोग्य उम्मीदवारों से पैसा मिला था उनके नाम योग्य उम्मीदवारों की सूची में डाल दिए गए।