नई दिल्ली, 08 फ़रवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने मंगलवार को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) में सरकारी और निजी क्षेत्र की 27 प्रमुख स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल कर लिया गया है। इनमें स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस), प्रयोगशाला प्रबंधन सूचना प्रणाली (एलएमआईएस), स्वास्थ्य लॉकर सेवाएं, स्वास्थ्य तकनीक सेवाएं और अन्य डिजिटल सेवाएं प्रदान करने वाले संगठन शामिल हैं।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की भूमिका के बारे में एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ आरएस शर्मा ने कहा कि मिशन का उद्देश्य लोगों को गुणवत्ता के साथ सस्ती दरों पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। स्वास्थ्य सेवाएं देश में हर जगह उपलब्ध होनी चाहिए, इसमें डिजिटल तकनीक की अहम भूमिका रही है। उन्होंने बताया कि मिशन में 27 स्वास्थ्य सेवाओं में से 17 निजी क्षेत्र की हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितंबर, 2021 को देश भर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन लॉन्च किया था। इस योजना के माध्यम से देश के नागरिकों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। नागरिकों को एक स्वास्थ्य पहचान पत्र दिया जाएगा।
इस स्वास्थ्य पहचान पत्र कार्ड में नागरिकों का हेल्थ डाटाबेस स्टोर होगा। इस डाटाबेस को डॉक्टरों द्वारा नागरिकों की सहमति से देखा जा सकेगा। डेटाबेस में नागरिकों के स्वास्थ्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे कि परामर्श, रिपोर्ट आदि डिजिटल स्टोर की जाएंगी। लोग देश के किसी भी डॉक्टर से घर बैठे परामर्श भी प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कल्याणकारी बदलाव लाएगी।