मुंबई, 08 फरवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार को कोरोना कालखंड पर श्वेतपत्र जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय राज्य सरकार की ओर से जनता के लिए कुछ नहीं किया गया, इसी वजह से यहां से श्रमिकों का पलायन हुआ था।
चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को कोरोना कालखंड में महाराष्ट्र सरकार ने किसी भी वर्ग के लिए कुछ खर्च नहीं किया है। यहां तक कि इस राज्य के श्रमिकों को यहां सुरक्षित रहने तक का आश्वासन तक नहीं दे सकी थी। इसी वजह से यहां से श्रमिकों का पलायन हुआ और लोग पैदल अथवा उपलब्ध साधनों से अपने मूल राज्य के लिए लौटने लगे थे। श्रमिकों की इस दुर्दशा को देखने के बाद ही केंद्र सरकार ने श्रमिक ट्रेनें शुरू की थीं।
चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज इस सच को संसद में कहा तो महाविकास अघाड़ी सरकार के नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी पर अनर्गल आरोप लगाना शुरू कर दिया है। पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश में कोरोना संकट का मजबूती से सामना किया। देश में किसी को भूखा रहने दिया। प्रधानमंत्री ने कोरोना टीकाकरण की शुरुआत की जो आज भी निशुल्क जारी है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार हर मुद्दे पर केंद्र का नाम लेती है, अगर महाविकास अघाड़ी के नेता ठीक से सरकार नहीं चला सकते तो उन्हें पूरा राज्य केंद्र के हवाले कर देना चाहिए।