नई दिल्ली, 07 फरवरी (हि.स.)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी के वाहन पर हुए हमला मामले पर राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को बयान दिया। उन्होंने पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि ओवैसी पर खतरे का मूल्यांकन कराया गया है और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, किंतु उन्होंने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है। शाह ने ओवैसी से आग्रह करते हुए कहा कि वे एआईएमआईएम नेता से निवेदन करेंगे कि वो तुरंत ही सुरक्षा ले लें। सरकार के आकलन के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी को अभी भी सुरक्षा संबंधी खतरा है।
शाह ने राज्यसभा में बयान देते हुए कहा कि ओवैसी का हापुड़ ज़िले में कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, उनके किसी तरह के कार्यक्रम की कोई सूचना ज़िला नियंत्रण कक्ष को पहले नहीं भेजी गई थी। जब ओवैसी का काफिला छिजारसी टोल प्लाजा पर पहुंचा तो दो अज्ञात लोगों ने उनकी गाड़ी पर गोली चलाई । ओवैसी इस हमले में सुरक्षित रहे और तीन गोलियां उनकी गाड़ी के निचले हिस्से में लगीं। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना की प्राथमिकी दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और हमलावरों के पास से दो अनधिकृत पिस्तौल और एक अल्टो कार बरामद की।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तुरंत ही राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी और ओवैसी पर खतरे का मूल्यांकन कराया गया और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। उन्हें एक बुलेटप्रूफ वाहन और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। मौखिक जानकारी के अनुसार उन्होंने इसे मानने से इनकार कर दिया है। ओवैसी के सुरक्षा नहीं लेने के कारण, दिल्ली और तेलंगाना पुलिस द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के प्रयास सफल नहीं हुए।
शाह ने कहा कि वे ओवैसी से निवेदन करेंगे कि वो केंद्र सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा को स्वीकार कर लें। सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें अभी भी सुरक्षा संबंधी खतरा है।
उल्लेखनीय है कि गत शुक्रवार को ओवैसी ने लोकसभा में पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था।