जिनेवा, 04 फरवरी (हि.स.)। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के छह महीने बाद भी देश में हालात और आर्थिक हालत बेहद नाजुक हैं। ‘अफगानिस्तान की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा’ पर अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थिरता और भविष्य में अंतरराष्ट्रीय समर्थन पाने के लिए अलगाव की स्थिति से बचना जरूरी है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक रिपोर्ट में कहा कि तालिबान के आने के छह माह बाद भी अफगानिस्तान में स्थिति अनिश्चित बनी हुई है और हालात काफी बिगड़े हुए हैं। एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को ‘अफगानिस्तान की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा’ पर अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान खुद को केयरटेकर सरकार के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है लेकिन अभी भी प्रशासनिक ढांचे का निर्माण ठीक तरीके से नहीं हो पाया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने आगे कहा कि सरकार चलाने के ढांचे का निर्माण न होना देश की जातीय, राजनीतिक और भौगोलिक विविधता को दर्शाता है। संसाधनों और क्षमता में कमी की वजह से हालात ठीक नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा तालिबानी विचारधारा से भी काफी नुकसान पहुंच रहा है। गुटेरेस ने ये भी कहा कि तालिबान ने कई अफगान लोगों का विश्वास स्थापित नहीं किया है या अफगानों को शासन करने की अपनी क्षमता के बारे में आश्वस्त नहीं कर पाया है। यहां अभी भी कई लोग अपने देश को छोड़ना चाहते हैं।
गुटेरेस ने कहा कि यह जरूरी है कि एक बेहतर शासन प्रक्रिया स्थापित करने के लिए अफगान समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने के लिए हर संभव कोशिश हो. ताकि अफगान समाज की इच्छाओं और हितों को पूरी तरह से प्रतिबिंबित करने वाली समावेशी शासन संरचनाओं को बढ़ावा मिल सके।