रायपुर, 03 फ़रवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी नवा रायपुर में आयोजित गांधी विचार संगोष्ठी में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ‘सेवाग्राम; का शिलान्यास किया। उन्होंने गांधीवादी विचारक गोपालकृष्ण गांधी के विचारों का उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी जी एक व्यक्ति नहीं तपस्वी थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन तपस्या में व्यतीत किया और उन्होंने सच्चाई के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि तपस्वी की पूजा नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनके विचारों को आगे बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में बनाए जा रहे सेवाग्राम के लिए बधाई दी और कहा कि यह बहुत अच्छी पहल है। हम इसके माध्यम से गांधी जी के विचारों को मूर्त रूप प्रदान कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि तपस्वी आमजनों को तपस्या करने का संदेश देते हैं, वे चाहते है कि लोग उनके बताए रास्ते में चले, उनका अनुसरण करें। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति सच्चाई के रास्ते पर चलता है उनके अंदर स्वतः त्याग, ईमानदारी की भावना जागृत होती है। जो व्यक्ति सच्चाई के रास्ते पर नहीं चलते, उनमें यह भावना नहीं होती। राहुल ने कहा कि सच एक शब्द नहीं है, सच एक क्रिया है, हमें सौहार्द के साथ सही दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, महात्मा गांधी जी का सपना सबके लिए आदर्श और अनुकूल समाज का निर्माण था। नेतृत्व समाज और सत्ता के बीच का समन्वय है। एक ऐसे समाज का निर्माण जिसमें सभी वर्गों के लिए बराबरी, सम्मान और स्वाभिमान का स्थान हो।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी और गांधीवाद देश के लिए श्रेष्ठ निधि है। उन्होंने कहा कि भारत के बिना गांधी नहीं और गांधी के बिना भारत नहीं। उन्होंने कहा कि टॉलस्टाय, फिनिक्स, साबरमती आश्रम एवं सेवाग्राम के बाद हमारे छत्तीसगढ़ में सेवाग्राम आश्रम की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि गांधी जी जो करते थे, वे सबके सहयोग से करते थे नवा रायपुर में जो सेवाग्राम बनाया जा रहा है, इसके लिए वर्धा स्थित पुराने सेवाग्राम ने 1.50 लाख रूपए की सहायता राशि दी है।
इसके अलावा वन मंत्री मोहम्मद अकबर, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ का राजकीय गमछा, गांधी जी की प्रतिमा और कोसे के कपड़े में उकेरे गए सेवाग्राम भेंट की।
इस अवसर पर गोपालकृष्ण गांधी एवं प्रोफेसर आशीष नंदी के वीडियो संदेश का प्रदर्शन किया गया। संगोष्ठी कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत सहित मंत्रिमंडल के सदस्य, संसदीय सचिव, सांसद, विधायकगण, गांधीवादी विचारधारा के लोग, वक्तागण एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।