नई दिल्ली, 03 फरवरी (हि.स.)। लोकसभा में द्रमुक पार्टी के सांसदों ने शुक्रवार को राज्यपाल आरएन रवि द्वारा राज्य विधानसभा से पारित नीट परीक्षा से जुड़े विधेयक को लौटाए जाने का मुद्दा उठाया और राज्यपाल को हटाए जाने की मांग की।
द्रमुक सांसद टीआर बालू ने लोकसभा में इस विषय को उठाया और कहा कि राज्य विधानसभा में विधेयक को सभी पार्टियों, जिसमें भाजपा भी शामिल थी, का समर्थन मिला था। आम सहमति से पारित विधेयक को पांच महीने अपने पास रखकर राज्यपाल ने इसे लौटा दिया है। यह पूरी तरह से अनुचित व असंवैधानिक है। उन्होंने मांग की कि राज्यपाल को तत्काल हटाया जाए।
राज्यपाल को हटाए जाने की मांग करते हुए द्रमुक सांसदों ने सदन के बीचों बीच आकर नारेबाजी की। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्यपालों के अधिकारों पर इस सदन में चर्चा नहीं की जा सकती। इसके विरोध में द्रमुक सांसदों ने सदन से बहिर्गमन किया।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) परीक्षा के खिलाफ पारित विधेयक को विधानसभा अध्यक्ष को लौटा दिया है। यह विधेयक सितंबर में पारित किया गया था और इससे अंडर ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश नीट की बजाय 12वीं की परीक्षा के नतीजों के हिसाब से दिया जाना तय किया गया था।
राज्यपाल कार्यालय के अनुसार उनका मानना है कि विधेयक छात्रों विशेषकर राज्य के गरीब और ग्रामीण छात्रों के हितों के खिलाफ है। विधेयक को विस्तृत कारणों के साथ एक फरवरी को लौटाया गया है। इसमें कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय पर एक मामले में विस्तृत समीक्षा भी कर चुका है।