Railway : रेल मंत्री ने 1000वीं किसान रेल को दिखाई हरी झंडी

नई दिल्ली, 03 फरवरी (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश के किसानों की प्रगति को समर्पित 1000वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मध्य रेलवे की यह ट्रेन महाराष्ट्र के सावदा से दिल्ली के आदर्श नगर के लिए रवाना हुई।

मध्य रेलवे की यह 1000वीं किसान रेल है। ट्रेन में 23 डिब्बे हैं जिनमें 453 टन केला भेजा गया है। मध्य रेलवे से अब तक 1000वीं किसान रेल में 3.45 लाख कृषि उपज का परिवहन किया जा चुका है। पहली और 100वीं किसान रेल भी मध्य रेलवे द्वारा चलाई गई थी। देश की पहली किसान रेल 7 अगस्त 2020 को देवलाली से दानापुर के लिए चली थी बाद में इसका देवलाली और मुजफ्फरपुर के बीच विस्तार किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 दिसम्बर 2020 को 100वीं किसान रेल को सांगोला से शालीमार के लिए रवाना किया था।

सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में किसानों की भलाई के लिए कई पहलों को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान रेल के माध्यम से दूर-दूर के बाजारों में फलों और सब्जियों को पहुंचाना और किसानों को उसका उचित मूल्य दिलाना भी उसी दिशा में उठाया गया कदम है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा किसान को केंद्र में रखते हैं और किसानों की भलाई के लिए विभिन्न कदम उठाते हैं। किसान रेल एक ऐसी पहल है जो किसानों को अपनी कृषि उपज को दूर-दराज के बाजारों तक सस्ते दामों पर जल्द से जल्द पहुंचाने की सुविधा देती है। उन्होंने कहा कि किसानों को फसलों को शहरों और दूसरे राज्यों में ट्रक आदि साधनों से ले जाने के दौरान होने वाली चोरी, उत्पादों को खराब हो जाने आदि की समस्याओं को दूर करने के लिए मोदी सरकरा ने किसान रेल की शुरुआत की थी। उन्होंने सावदा के 100 वर्षों पुराने स्वामी नारायण मंदिर को सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण बताया। केला उत्पादन के सबसे बड़े केंद्र के रूप में भी सावदा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने जीआई-टैग प्राप्त जलगांव के केले का भी गर्व के साथ जिक्र किया। उन्होंने काह कि ऐसे महत्वपूर्ण स्थान से 1000वीं किसान रेल का चलना बड़ी उपलब्धि है।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि किसान रेल अब तक 3.45 लाख टन कृषि उत्पादों, फलों और सब्जियों का परिवहन किया है। उन्होंने कहा कि देशभर में 28 जनवरी तक 158 मार्गों पर 1951 किसान रेलें 6.43 लाख टन कृषि उत्पादों का परिवहन कर चुकी हैं।

रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दादाराव पाटिल दानवे ने भी किसानों की बेहतरी के लिए रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।

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