नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि केंद्रीय बजट 2022-23 जन विरोधी है। इस बजट में आम जनता के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि मनरेगा का बजट कम किया गया है। कोरोना के कारण बहुत लोग बेरोजगार हुए हैं। ऐसे में शहरों में रोजगार गारंटी दिया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
येचुरी ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि कोरोना काल में अमीरों की आय बढ़ी है जबकि गरीब पहले से अधिक गरीब होता चला गया। ऐसे में अमीरों से अधिक कर लेना चाहिए था लेकिन यहां देश के आम लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ाया जा रहा है।
येचुरी ने कहा कि देश में अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब बेहद गरीब होता जा रहा है। देश के 10 फीसदी अमीरों के पास देश की कुल 75 फीसदी संपत्ति है लेकिन यहां की 60 फीसदी आबादी देश की कुल सम्पत्ति का महज पांच फीसदी में गुजारा कर रही है।