बेगूसराय, 01 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए केंद्रीय बजट को आत्मनिर्भर भारत का बजट बताया है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि सरकार का मुख्य उद्देश्य है लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय, पथ अंत्योदय। यह बजट सरकार के इसी प्रण को ताकत देगा। मौजूदा वर्ष में भारत की विकास दर 9.27 प्रतिशत रहने का अनुमान है, यह विकास दर बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का बजट हमेशा आम लोगों के सशक्तिकरण (इंपावरमेंट) पर फोकस करता आ रहा है। हमने हाउसिंग, कुकिंग, रोड, हेल्थ केयर और फाइनेंसियल इंक्लूजन पर फोकस रखा है, जो हमारे अन्त्योदय की सोच को पूरा करेगा।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि पिछले सात वर्षों में नरेन्द्र मोदी सरकार ने व्यापार और जीवन में आसानी को बढ़ावा देने के लिए 25 हजार अनुपालनों को समाप्त कर दिया है और 1486 अनावश्यक केंद्रीय कानूनों को निरस्त कर दिया है। प्रवेश जैसे ऑनलाइन पोर्टल को ग्रीन क्लीयरेंस के लिए बढ़ावा दिया जाएगा। गंगा के किनारे पांच किलोमीटर चौड़े गलियारों में किसानों की जमीन पर फोकस के साथ पूरे देश में रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे एक ओर लोगों को स्वच्छ भोजन मिल सकेगा तो दूसरी खेती की लागत में कमी आएगी, जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि हर घर नल से जल का वर्तमान कवरेज 8.7 करोड़ है, इसमें से 5.5 करोड़ घरों को पिछले दो वर्षों में नल का पानी उपलब्ध कराया गया था। 2022-23 में 3.8 करोड़ घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए 60 हजार करोड़ रुपया आवंटित किया गया है। सरकार की नजर देश के तमाम पहलुओं के विकास पर है। ग्रामीण भारत को मजबूत करने के लिए सभी मानकों पर विशेष पहल किया जा रहा है तथा बजट में प्रावधान किया गया है। मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर बनाने के लिए नौकरी, रेलवे का विकास, आधारभूत संरचना आदि पर विशेष फोकस किया गया है।