इस्लामाबाद 12 मई (हि. स.)। पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दुनिया के सामने एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापा है। इमरान ने कहा है कि जब तक भारत जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के फैसले को वापस नहीं ले लेता तब तक पाकिस्तान उससे कोई बातचीत नहीं करेगा।
ज्ञात रहे कि भारत ने 5 अगस्त, 2019 को धारा 370 के तहत अपने इस राज्य की विशेष स्थिति को समाप्त कर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान से पहले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि वर्तमान में भारत के साथ कोई बातचीत नहीं हो रही है, लेकिन यदि भारत कश्मीर में पुरानी स्थिति को बहाल करता है तो वार्ता संभव है। इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कुरैशी ने कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा नहीं हो सकता। यह संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे में है और इस पर सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव हैं।
इधर, भारत ने बार बार कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर उसका अभिन्न अंग है और देश इस समस्या का समाधान करने में सक्षम है। नई दिल्ली ने इस्लामाबाद को कहा है कि उसे सामान्य पड़ोसी के रिश्ते का वातावरण बनाने के लिए आतंक, शत्रुता और हिंसा का रास्ता छोड़ना होगा।
अगस्त, 2019 में जम्मू-कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने के साथ ही इसे दो संघ शासित प्रदेशों में विभाजन की घोषणा के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध बिगड़ गए। भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि भारतीय संविधान की धारा 370 से संबंधित मुद्दा देश का आंतरिक मामला था। हालांकि, हाल के दिनों में दोनों देशों के संबंधों में कुछ सुधार हुआ था जब दोनों देश नियंत्रण रेखा पर शांति बहाली के लिए फरवरी में सहमत हुए थे। इस शांति और बातचीत के लिए यूएई के पहल की थी।