सूरत/अहमदाबाद, 28 अप्रैल (हि.स.)। राज्यभर में कोरोना का प्रकोप बेकाबू हो गया है। सौराष्ट्र में स्थिति बहुत गंभीर है। अधिकांश इलाके में ऑक्सीजन और बेड की कमी के चलते लोग सूरत पहुंच रहे हैं। घर में एकांतवास में रहने वाले मरीजों के परिजन ऑक्सीजन के लिए परेशान हैं। राज्यभर में चिकित्सा सेवाएं बिगड़ रही हैं। मरीजों को इलाज मिलना भी मुश्किल हो रहा है।
कई स्थानाें पर मरीज स्वयं घंटों लाइन में खड़े होने के बावजूद समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से मर रहे हैं। जिन्दगी की आस में बीस-पचीस हजार रुपये की एंबुलेंस लेकर लोग सावरकुंडला से सूरत आ रहे हैं। क्योंकि सावरकुंडला जिले में भी ऑक्सीजन की कमी है। न केवल सावरकुंडला बल्कि सौराष्ट्र में कई जिलों के लोग इलाज के लिए सूरत आ रहे हैं।सौराष्ट्र निवासी शैलेश चोडवाडिया ने बताया कि मैं सूरत में व्यापार करता हूं और मेरे माता-पिता सावरकुंडला जिले में रहते हैं। मेरे माता-पिता कोरोना से संक्रमित थे। इलाज के लिए मैं माता-पिता को बीस हजार रुपये की एंबुलेंस कर सावरकुंडला से सूरत लाया। सूरत में भी बहुत कोशिश करने पर मुझे एक निजी अस्पताल में बिस्तर मिला। इधर, सूरत शहर में पिछले तीन दिन से ऑक्सीजन की कमी से स्थिति बिगड़ रही है। नगर निगम क्षेत्र से लेकर गांव में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। लेकिन इस पर उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों को पर्याप्त ऑक्सीजन और बेड नहीं मिल रहा है। इसकी वजह से गांवों में लोग दहशत में हैं।