नई दिल्ली, 23 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस ने देशभर में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड तथा वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर कोरोना से सही ढंग से नहीं निपटने का आरोप लगाया है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ दिन पहले देश को संबोधित भी किया लेकिन सिर्फ जुमलेबाजी की। उनके पूरे भाषण में कहीं भी जमीनी हकीकत को तथ्यों के साथ नहीं बताया गया। यहां तक कि देश में कोविड मरीजों के उपचार के लिए वैक्सीन, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कमी क्यों है?
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से देश करीब डेढ़ साल से जूझ रहा है। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार अब तक इससे निपटने के लिए कोई राष्ट्रीय नीति क्यों नहीं तैयार की। उन्होंने कहा कि बिना किसी ठोस नीति से प्रधानमंत्री नित नई जुमलेबाजी कर लोगों को बरगलाने में लगे हैं। सवाल उठता है कि केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री लोगों को कोरोना की वास्तविक स्थिति स्पष्ट करने से कतरा क्यों रहे हैं?
इस दौरान सिंघवी ने शायराना अंदाज में भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘कोरोना से लड़ाई का हर जुमला पड़ गया फीका, अब न मिल रहा है ऑक्सीजन, और ना ही टीका! पूछ रहा है देश– आज दवाओं की इतनी किल्लत क्यों आई है, अच्छे दिनों का झूठा वादा करके क्यों चुप बैठा हरजाई है?’
सिंघवी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए बनाए गए पीएम केयर्स फंड के उपयोग को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को यह जानने का सच है कि इस फंड का उपयोग कैसे किया जा रहा है। आखिर कोरोना की लड़ाई में इस निधि को किस मद में तथा किन बिन्दुओं पर इस्तेमाल हो रहा है, इसकी स्पष्ट जानकारी सबको होनी ही चाहिए।
वहीं, कोरोना महामारी को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप को भी कांग्रेस ने गलत बताया है। सिंघवी ने कहा कि लोगों के अधिकारों की रक्षा को लेकर जब हाईकोर्ट राज्य सरकारों की जिम्मेदारी की बात कर रहे हैं तो सुप्रीम कोर्ट क्यों हस्तक्षेप कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जिस तरह से व्यवस्था देने का प्रयास कर रहा है, उससे स्थिति सुलझेगी नहीं बल्कि और बिगड़ जाएगी।