हैदराबाद , 23 अप्रैल (हि.स.)। रेमडेसिविर आपूर्ति को लेकर केंद्र और राज्य के बीच जुबानी जंग जारी है। राज्य के आईटी एवं उद्योग मंत्री के. तारक रामाराव ने चार लाख से अधिक रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राप्त होने की संभावना जताई थी। लेकिन आज राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ईटेला राजेंदर ने राज्य को केवल 21,500 रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित करने पर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोटा प्रणाली के आधार पर राज्याें को रेमडेसिविर तथा ऑक्सीजन वितरण करने पर प्रसन्नता जताई लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मुख्यालय के तेलंगाना को 21 से 30 अप्रैल की अवधि में रेमडेसिविर इंजेक्शन कम आवंटित करने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय पूर्व हैदराबाद में रेमडेसिविर बनाने वाली विभिन्न कंपनियों के साथ बातचीत कर राज्य के आईटी मंत्री ने चार लाख से अधिक इंजेक्शन का ऑर्डर दिया गया था। लेकिन केंद्र सरकार ने गुरुवार को रेमिडेसिविर की आपूर्ति को केंद्रीकृत करने के कारण तेलंगाना को 21,500 इंजेक्शन ही प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि गुजरात को 1.63 लाख, मध्यप्रदेश को दो लाख, दिल्ली को 61 हजार तथा मध्य प्रदेश को 92 हजार रेमिडेसिविर इंजेक्शन आवंटिए किए गए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि कोटा प्रणाली के आधार पर केन्द्र सरकार तेलंगाना राज्य के साथ भेदभाव कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर का निर्माण हैदराबाद में हो रहा है, जिसके चलते हमें ज्यादा टीकों की आपूर्ति की उम्मीद थी, लेकिन केंद्र ने वितरण अपने हाथ में लेकर राज्य को निराश किया।स्वास्थ्य मंत्री ने ऑक्सीजन आपूर्ति के संदर्भ में कहा कि विभिन्न प्रकार की चुनौतियों को देखते हुए हमारी मांग है कि दूरस्थ स्थानों के बजाय केंद्र तेलंगाना को विशाखापट्टनम तथा आसपास के क्षेत्रों से ऑक्सीजन आवंटित करे, ताकि उनका परिवहन आसानी से हो। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में ऑक्सीजन की कमी होती है, तो इसके लिए केंद्र उत्तरदायी होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन सरकारी अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन टैंक हैं, वहाँ कोई समस्या नहीं है, लेकिन जहाँ ऑक्सीजन सिलेंडर व्यवस्था है, वहां समस्या उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से रेमडेसिविर तथा ऑक्सीजन के आवंटन को लेकर नाराजगी जताई है। उम्मीद है केंद्र इस दिशा में अनुकूल निर्णय लेगा।
2021-04-23