लंदन, 23 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना महामारी के व्यापक प्रसार के चलते लंदन स्थित हीथ्रो हवाई अड्डे ने कोविड-19 यात्रा संबंधी प्रतिबंध का हवाला देते हुए भारत से कम से कम चार अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों को आठ अतिरिक्त उड़ानों को उतारने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
हीथ्रो एयरपोर्ट के अनुसार अतिरिक्त उड़ानों के अनुरोध को स्वीकार नहीं करने का फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि सीमा पर मौजूदा दबाव की स्थिति बिगड़े नहीं और आगमन पर पासपोर्ट नियंत्रण के बाहर लंबी कतारें तथा भीड़ नहीं लगे।
भारत का नाम लाल सूची में डालने की घोषणा इस सप्ताह हाउस ऑफ कॉमन्स में की गई थी। यह फैसला ऐसे समय में किया गया जब भारत में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के एक नए स्वरूप के ब्रिटेन में 103 मामले दर्ज किए गए। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने सांसदों से कहा कि आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद एहतियात के आधार पर फैसला लिया गया है।
अपनी यात्रा से पहले 10 दिन भारत में रहे ब्रिटेन और आयरलैंड के निवासी और ब्रिटिश नागरिकों को आगमन के बाद 10 दिन तक होटल में पूरी तरह पृथक-वास में रहना होगा।
भारतीय मूल के यात्रियों को ब्रिटेन वापस लाने के लिए चार्टर विमानों की व्यवस्था करने के लिए लंदन के एक एजेंसी काम कर रही है।
कंपनी ने कहा, सैकड़ों ब्रिटिश नागरिक अब भी सीटों
का अनुरोध कर रहे हैं लेकिन शुक्रवार से पहले दूसरी चार्टर उड़ान का बंदोबस्त करने के लिए बहुत कम समय है। चार एयरलाइनों ने भारत से अतिरिक्त आठ उड़ानों के परिचालन का अनुरोध किया था क्योंकि यात्री नए नियमों के प्रभावी होने से पहले वापस आना-जाना चाहते हैं। वर्तमान में, भारत और ब्रिटेन के
बीच एक हफ्ते में 30 उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है।
लंदन, 23 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना महामारी के व्यापक प्रसार के चलते लंदन स्थित हीथ्रो हवाई अड्डे ने कोविड-19 यात्रा संबंधी प्रतिबंध का हवाला देते हुए भारत से कम से कम चार अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों को आठ अतिरिक्त उड़ानों को उतारने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
हीथ्रो एयरपोर्ट के अनुसार अतिरिक्त उड़ानों के अनुरोध को स्वीकार नहीं करने का फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि सीमा पर मौजूदा दबाव की स्थिति बिगड़े नहीं और आगमन पर पासपोर्ट नियंत्रण के बाहर लंबी कतारें तथा भीड़ नहीं लगे।
भारत का नाम लाल सूची में डालने की घोषणा इस सप्ताह हाउस ऑफ कॉमन्स में की गई थी। यह फैसला ऐसे समय में किया गया जब भारत में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के एक नए स्वरूप के ब्रिटेन में 103 मामले दर्ज किए गए। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने सांसदों से कहा कि आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद एहतियात के आधार पर फैसला लिया गया है।
अपनी यात्रा से पहले 10 दिन भारत में रहे ब्रिटेन और आयरलैंड के निवासी और ब्रिटिश नागरिकों को आगमन के बाद 10 दिन तक होटल में पूरी तरह पृथक-वास में रहना होगा।
भारतीय मूल के यात्रियों को ब्रिटेन वापस लाने के लिए चार्टर विमानों की व्यवस्था करने के लिए लंदन के एक एजेंसी काम कर रही है।
कंपनी ने कहा, सैकड़ों ब्रिटिश नागरिक अब भी सीटों
का अनुरोध कर रहे हैं लेकिन शुक्रवार से पहले दूसरी चार्टर उड़ान का बंदोबस्त करने के लिए बहुत कम समय है। चार एयरलाइनों ने भारत से अतिरिक्त आठ उड़ानों के परिचालन का अनुरोध किया था क्योंकि यात्री नए नियमों के प्रभावी होने से पहले वापस आना-जाना चाहते हैं। वर्तमान में, भारत और ब्रिटेन के
बीच एक हफ्ते में 30 उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है।