साणंद के 41 गांव और बावला के 8 गांव में 30 अप्रैल स्वैच्छिक लॉकडाउन- लॉकडाउन के दौरान दूध, सब्जियां, अनाज पीसने की घंटियां, सैलून का समय भी निर्धारित
अहमदाबाद, 22 अप्रैल (हि.स.)। अहमदाबाद और सूरत सहित पूरे राज्य में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के कई शहरों और गांवों में लोग स्वैच्छिक लॉकडाउन का सहारा ले रहे हैं। इस बीच गुरुवार को अहमदाबाद के साणंद और बावला तहसील के 49 गांवों ने स्वैच्छिक लॉकडाउन करने का फैसला किया है।बताया गया है कि अहमदाबाद के मोतीपुरा, कोलाट, मोती देवती, जुवाल, बोल, रीथल सहित गांवों ने जीवन की आवश्यकताओं को छोड़कर सभी दुकानों को आंशिक रूप से बंद करने का फैसला किया है। साणंद के 41 गांव और बावला के 8 गांव में 30 अप्रैल तक बाजार बंद रहेगा।लॉकडाउन के दौरान दूध, सब्जियां, अनाज पीसने की चक्की और सैलून खोलने का समय भी निर्धारित किया गया है।उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद शहर में एक बार फिर कोरोना का भयावह रूप दिख रहा है। शहर और जिले में बुधवार को 24 घंटे में 4,903 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 23 मरीजों की मौत हुई है। जिले में कोरोना मामलों की संख्या 1,16,062 हो गई है, जबकि 81,298 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं, जबकि कोरोना से अब तक 2,690 लोग की मौत हो चुकी है।
2021-04-22