हैदराबाद, 22 अप्रैल (हि.स.)। राज्य में कोरोना प्रकोप का देखते हुए राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव कराने के लिए अभी असमंजस बना हुआ है। राज्य चुनाव आयोग निकाय चुनाव कराने अथवा न कराने के लिए राज्य सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। राज्य चुनाव आयोग ने इसके लिए सरकार को एक पत्र लिखा है। हालांकि आयोग आगामी 30 अप्रैल को चुनाव कराने के लिए अपनी तैयारियां जारी रखी हैं।
गुरुवार को आयोग ने बयान जारी किया है कि चुनावों के स्थगन बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है, इसलिए अफवाहों पर विश्वास न करें। यदि चुनाव स्थगित किये जाते हैं, तो इस बात की जानकारी आधिकारिक रूप से दी जाएगी। चूँकि राज्य में नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है, इसलिए जनसभाओं और रोड शो की अनुमति केवल सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक ही दी जाएगी। लाउडस्पीकर का उपयोग भी इसी दौरान किया जा सकेगा।
इस संबंध में भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. के. लक्ष्मण ने भी आज कोरोना की दूसरी लहर के कहर से जनता को बचाने के लिये स्थानीय निकाय चुनाव स्थगित करने की सरकार से मांग की। वे आज राज्यपाल से भी मिले और इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कोरोना को लेकर लापरवाही से काम कर रही है। सत्तारूढ़ टीआरएस को चुनाव कराने पर जितनी रुचि है, जनता की जान बचाने पर नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा स्थानीय निकाय चुनाव को प्रतिष्ठा के रूप में नहीं ले रहा है क्योंकि चुनाव से अधिक जनता की जान प्रमुख है। कोरोना की भयंकर स्थिति में चुनाव करवाना खतरनाक साबित होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ईटेला राजेंद्र जहां जाते हैं, उनसे सवाल करने पर मुख्यमंत्री से पूछ कर बताने की बात कह कर लौट आते हैं। उन्हें कोई अधिकार तक नहीं है। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट भी सरकार को उसके रवैये पर फटकार लगा चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह सर्वदलीय बैठक बुलाकर चर्चा करने और कोरोना की रोकथाम के लिये आवश्यक कदम उठाए।
2021-04-22