रांची, 20 अप्रैल (हि.स.)। झारखंड में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या और ताबड़तोड़ मौतों को देखते हुए राज्य सरकार आज कोई बड़ा फैसला ले सकती है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक झारखंड में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज इसकी औपचारिक घोषणा कर सकते हैं।
कोरोना संक्रमण और चौतरफा दबाव के बीच लॉकडाउन की पांबदियों काे लेकर सरकार के स्तर पर सोमवार को पूरे दिन गहन मंथन किया गया। दोपहर 12 बजे तक राज्य में लॉकडाउन के तौर-तरीकाें और नई पाबंदियों का एलान सरकार के स्तर पर किया जा सकता है।इधर राज्य में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर भाजपा, झामुमो, कांग्रेस और राजद ने भी झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन, वीकेंड लॉकडाउन, एक हफ्ते का लॉकडाउन, दस दिनों का लॉकडाउन, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लॉकडाउन लगाने और धारा-144 के साथ ही दिन-रात का कर्फ्यू राज्यभर में लगाने सरीखे अलग-अलग कई विकल्पों पर गंभीर चर्चा हो रही है।
हालांकि झारखंड में सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, आईटीआई, ट्रेनिंग सेंटर और आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने पहले ही दे दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्राथमिक स्तर पर कई निर्णय लिए हैं। जरूरत पड़ने पर विशेष परिस्थितियों में और कड़े फैसले लिए जाएंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड लोक सेवा आयोग की जेपीएससी परीक्षा, झारखंड एकेडमिक काउंसिल जैक की मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया। सीएम ने कहा कि आगामी महीनों में होने वाले सभी स्कूल एंट्रेस और संस्थागत परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।
पूरे राज्य में कोरोना जांच का विशेष अभियान
राज्य में कोरोना के अधिक से अधिक संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए 22 अप्रैल को विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में संभावित मरीजों की रैपिड एंटीजन टेस्ट से कोरोना की जांच की जाएगी। इसमें बड़े पैमाने पर दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों, दुकानदारों, हाट-बाजारों में काम करनेवाले लोगों, बीमारों, बुजुर्गों आदि की कोरोना की जांच की जाएगी।