हैदराबाद,18 अप्रैल (हि.स.)। पिछले एक सप्ताह से तेलंगाना में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों ने जनता को आगामी कुछ सप्ताह तक विशेष रूप से सावधान रहने को कहा है। विभाग ने अपने एक प्रेस नोट में अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा कि आने वाले कुछ दिनों के लिए सभी प्रकार के धार्मिक आयोजनों सहित परिवार में होने वाले जन्मदिन तथा वैवाहिक समारोहों को रद्द कर दें। विभाग ने जनता द्वारा स्वैच्छिक लॉकडाउन द्वारा राज्य में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया है। सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. जी. श्रीनिवास राव ने कहा कि राज्य में पिछले एक सप्ताह से कोरोना मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज हो रही है। इसका कारण कोरोना संक्रमण के नए वेरियंट के साथ-साथ लोगों द्वारा कोरोना संक्रमण सुरक्षा से जुड़े मानदंडों का उल्लंघन करना है। उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना की स्थितियों से निपटने के लिए विविध स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना परीक्षण की संख्या को बढ़ा दिया गया है। प्रतिदिन यहाँ एक लाख से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं। राज्य में 44 विशेष कोरोना अस्पतालों का संचालन हैदराबाद में किया जा रहा है। साथ ही 116 सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का इलाज जारी है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों तथा औषधियों की कोई कमी नहीं है। अभी यहाँ बिस्तरों की संख्या 38,600 है, जिसे बढ़ाकर 53 हजार करने की योजना है।सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. राव ने कहाकि आने वाले समय में इस वायरस के और तेजी से व्याप्त होने का खतरा है। इसलिए स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अधिक जागरूक और सावधान रहना होगा। सभी सुरक्षा धार्मिक मानदंडों का कड़ाई से पालन करना होगा। डॉ. राव ने आगे कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न हो रही स्थितियों को देखते हुए लोग अपने घरों में रहते हुए संक्रमण के खतरे से सुरक्षित रहें। बहुत आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान हम सबने देखा कि किस प्रकार या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को जीवन के लिए संघर्ष करना पड़ा। इसलिए इस बार लोग स्वयं लॉकडाउन जैसी स्थितियों का पालन करते हुए संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने में सहयोग करें। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सभी लोग तक किसी भी प्रकार के धार्मिक तथा मांगलिक आयोजनों के साथ-साथ राजनैतिक रैलियों आदि में भाग लेने से बचें, ताकि राज्य में तेजी से बढ़ रहे आंकड़ों को नियंत्रण में लाया जा सके। डॉ. राव ने कहा कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध कराया गया है। कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति होने पर ही अस्पतालों में भर्ती होने की आवश्यकता है।
2021-04-18