वाराणसी, 16 अप्रैल (हि.स.)। वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में बेकाबू हो चले कोरोना संक्रमण पीड़ितों की संख्या में रिकार्ड वृद्धि हो रही है। इसके चलते अस्पतालों में बेड और अन्य चिकित्सकीय व्यवस्था बौनी साबित हो रही है। विकल्प तलाशने के साथ जिला प्रशासन गृह एकांतवास (होम आइसोलेशन )में इलाज के लिए भी अवसर दे रहा है।
घरों में अपनेपन के साथ बेहतर देखभाल से कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। इसके बावजूद मरीजों के परिजनों को कुछ बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। घर में मरीज के इलाज के दौरान उसके ऑक्सीज़न और पल्स लेवल पर लगातार ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे मरीजों के बारे में कोविड कंट्रोल रूम से आने वाले फोन पर ऑक्सीज़न लेवल पहले बताया जाय। परिजन कोविड नियमों का पालन करते हुये फोन पर पूरी जानकारी दे। मरीज का जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी सतर्क रहने की जरूरत है।
जिलाधिकारी एवं स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष कौशलराज शर्मा का कहना है कि जो प्रवासी इस बीच जिले में आये हैं और होम आइसोलेट हैं वह सभी कंट्रोल रूम से पहुंच रहे कॉल पर ऑक्सीज़न लेवल की जानकारी देते रहें। गैर प्रान्तों से आ रहे प्रवासियों को बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार सैंपलिंग कराने में जुटा है।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एन. पी. सिंह के अनुसार होम आइसोलेट मरीजों के पास प्रत्येक दिन फोन जा रहा है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने के दौरान मरीज लगातार मास्क लगाकर रहें। जिससे घर के अन्य सदस्य प्रभावित न हो। मरीज घरों से बाहर न निकलें। घरों में भी परिजनों से दूरी बनाकर अलग रहें। मरीज पल्स ऑक्सीमीटर अपने साथ रखें। ऑक्सीज़न लेवल की जानकारी लेते रहें। पल्स को नापते रहें। ऑक्सीज़न लेवल 95 से नीचे या सेहत में उतार चढ़ाव या गड़बड़ी हो तो इसकी सूचना तत्काल टोल फ्री नंबर 1077 पर दें। थर्मामीटर से अपने शरीर के तापमान को भी नापते रहें।
अपने मोबाइल में होम आइसोलेशन और आरोग्य सेतु एप जरूर डाउनलोड करें। कंट्रोल रूम से बताई गई दवाइयों का सेवन करें, जैसे–टैब एजीथ्रोमायसिन 500 एमजी 1 रोज, टैब जेंकोविट 1 रोज, टैब विटामिन सी 1 रोज, बुखार आने पर टैब पैरासिटमऑल 500 एमजी दिन में 3 बार तथा टैब आइवर्मेक्टिन 12 एमजी लगातार 3 दिन तक अवश्य लें। प्रोटीन का सेवन करें। मिर्च और मशाला से दूर रहें। सादा एवं संतुलित भोजन करें। साथ ही साथ आयुर्वेदिक काढ़ा का भी प्रयोग करते रहें।
उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में मरीज को 17 दिन तक रहना है। अपने कमरे में 10 दिन तक रहें। 10 दिन के बाद 7 दिन तक कोविड नियमों का पालन करते हुये रूम के बाहर टहल सकते हैं। समस्या होने पर समय से सूचना दें, ताकि स्वास्थ्य टीम मौक़े पर पहुँच कर मदद कर सके।