-केंद्रीय खेल राज्यमंत्री किरन रिजिजू बोले, खेलों में भारत को आगे लाने पर तेजी से होगा काम
नई टिहरी, 16 अप्रैल (हि.स.) । भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के वाटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर इंस्टीट्यूट का मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और केंद्रीय खेल व युवा कल्याण राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से पूजा-अर्चना के बाद शुभारंभ किया। इस मौके पर आईटीबीपी ने टिहरी की कोटी झील में जल क्रीड़ा का प्रदर्शन भी किया। इस मौके पर टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, टिहरी विधायक डा. धन सिंह नेगी, घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देशवाल, अपर महानिदेशक मनोज सिंह रावत, आईजी आईटीबीपी निलाभ किशोर, डीएम इवा श्रीवास्तव, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष परमवीर पंवार, ब्लाक प्रमुख जाखणीधार सुनीता देवी, प्रमुख शिवानी विष्ट, बलवेंद्र, ग्यार्सी लाल, रोहित, मनोहर, सुनील, टी जानसन आदि मौजूद रहे। साहसिक संस्थान युवाओं को दिखायेगा रोजगार का रास्ताः तीरथः मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने एडवेंचर इंस्टीट्यूट को आईटीबीपी को 20 साल तक देने का उचित निर्णय लिया है। प्रदेश सरकार इस संस्थान को चलाने में पूरा सहयोग प्रदान करेगी। संस्थान प्रधानमंत्री मोदी के फिट इंडिया के सपने का पूरा करने का काम करेगी जिसके तहत 80 किलोमीटर का फिट मार्च करने की आईटीबीपी ने झील के चारों ओर तैयारी की है। यहां पर जल व साहसिक क्रीड़ाओं का स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा।जिससे पलायन पर रोक लगेगी व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। प्रदेश सरकार यही उम्मीद करती है कि संस्थान से बेहतर खिलाड़ी भी सामने आयेंगे। खेल सिर्फ मेडल के लिए नहींः रिजिजू ः केंद्रीय खेल और युवा कल्याण राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि उनका प्रयास भारत को खेलों में आगे लाने का है। उन्होंने लक्ष्य रखा है कि 8 साल बाद अमेरिका में होने वाले ओलपिंक खेलों में 10वां पायदान भारत हासिल करे। 100 दिन बाद टोक्यो में होने वाले ओलपिंक में पिछले बार के मुकाबले दोगुने पदक लाने का प्रयास किया जायेगा। जीवन में खेल मात्र मेडल के लिए नहीं, बल्कि खुद को फिट रखने के लिए खेलें। इससे प्रधानमंत्री मोदी के फिट इंडिया का सपना पूरा होगा। आईटीबीपी के टिहरी के कोटी में स्थापित जल क्रीड़ा व साहसिक खेल संस्थान मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ी 6 राज्यों, जिनमें बर्फबारी होती है, में स्कीइंग के साथ ही विंटर स्पोर्ट्स को विकसित करने की योजना तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। पहाड़ में साहसिक, विंटर व जल क्रीड़ाओं की अपार संभावनायें हैं। पहाड़ी के युवक इसके लिए फीट व मजबूत भी हैं। लद्दाख में आइस हॉकी के लिए संसाधन देने का काम किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर की डल झील में भी वाटर स्पोर्ट्स शुरू करवाये गये हैं। हर्बल प्लांटेशन की वृहत योजना पर कामः रिजिजू ने कहा कि आयुष मंत्री होने के नाते उन्होंने हर्बल प्लांटेशन के लिए वृहत योजना पर काम शुरू किया है, जो उत्तराखंड राज्य के लिए भी अहम होगी। हर्बल व मेडिसिन प्लांटेशन से रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।उत्तराखंड घर जैसाः रिजिजू ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड में अपने घर जैसी माहौल मिलता है। इसलिए वे लगातार उत्तराखंड आते हैं। उनका गृह प्रदेश अरुणाचल प्रदेश भी ऐसा ही खूबसूरत है।भागीरथी के लोग भाग्यशाली ः किरन रिजिजू ने भागीरथी तट के निवासियों को भाग्शाली बताते हुये कहा कि उन्हें भागीरथी के दर्शन सुलभ हैं। जब चाहे भागीरथी में डुबकी लगा सकते हैं। उन्हें तो हजारों किलोमीटर की यात्रा तय कर भागीरथी के दर्शन को आना पड़ता है। हर साल 200 युवाओं को दिया जायेगा प्रशिक्षणः आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देशवाल ने कहा कि जल क्रीड़ा व साहसिक संस्थान में हर साल 200 स्थानीय युवाओं का प्रशिक्षण दिया जायेगा। एशिया की मानव निर्मित सबसे बड़ी टिहरी झील को एडवेंचर स्पोर्ट्स का गढ़ बनाया जायेगा। यहां पर आईटीबीपी सहित पुलिस बल, डिफेंस, होम गार्ड, एसपीओ कर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। जवानों को रेस्क्यू के लिए भी तैयार किया जायेगा। अब तक दो स्थानीय सुवाओं के दो बैचों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। एक बैच प्रशिक्षण ले रहा है।
2021-04-16