राजकोट/अहमदाबाद, 16 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के गृह नगर राजकोट और जिले की स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर में सकारात्मक मामलों और मौतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। शहर में 24 घंटे के भीतर 52 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई है। शहर में पिछले 24 घंटों में अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध न होने की 357 शिकायतें मिली हैं।
राजकोट में कोरोना मामलों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही कोरोना मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। शहर में अब तक 24,917 मामले सामने आए हैं। 3989 मरीजों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। राजकोट के एसटी डिपो में 90 से अधिक मार्गों को बंद कर दिया गया है क्योंकि 50 से अधिक यात्री कोरोना से संक्रमित थे। अंतरराज्यीय बस सेवा बंद कर दी गई है। लोगों की शिकायत है कि अस्पताल में बिस्तर नहीं मिलते, एंबुलेंस नहीं मिलती, इंजेक्शन, कोरोना दवाओं और टेस्ट किट की कमी है। मृत्यु दर बढ़ने से लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट पर लाइन में खड़ा होना पड़ता है।
रामनाथपारा शमशान में शवों के दाह संस्कार में लगे 4 कर्मचारियों को संक्रमित होने के बाद गृह संगरोध किया गया है। इस कारण अंतिम संस्कार के लिए मोरबी से लोगों को विशेष रूप से बुलाया गया था। दूसरी ओर तीन अन्य शमशान घाट के कर्मचारी भी संक्रमित हुए हैं। इनमें से एक को ऑक्सीजन की कमी के कारण सिविल अस्पताल भेजा गया लेकिन उसे भी प्रशासकों की सिफारिश के बाद भी बिस्तर नहीं मिल सका।
2021-04-16