इलाज ही नहीं, शव लेने के लिए भी लंबी लाइन

 मरीज का शव अगले दिन सुबह तक परिजन को नहीं मिला
अहमदाबाद,13 अप्रैल (हिं.स.)। कोरोना के कारण शहर की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है। हाईकोर्ट ने भी कहा है कि लोग भगवान भरोसे हैं। अहमदाबाद में, सिविल अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए लंबी लाइनें हैं, लेकिन अब शव लेने के लिए भी लाइनें लग रही हैं। सोमवार को एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके रिश्तेदारों को मंगलवार सुबह तक उसका शव नहीं मिला। 

अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कोविड डेडबॉडी रूम में भयावह स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवार अपने रिश्तेदारों के शवों को खोजने और फिर उन्हें दफनाने या अग्निदाह की कोशिश में लगे हैं। अस्पताल में एक मृतक के दामाद ने प्रशासन से अपने रिश्तेदार के अंतिम संस्कार के बारे में पूछा।  जवाब में बताया गया कि अभी कब्रिस्तान और  श्मशान में नंबर लगाना पड़ रहा है। इसलिए अभी आपको इंतजार करना होगा। 

सूरत के श्मशान में भी लंबी कतारें देखी जा रही हैं। यहां अंतिम संस्कार के लिए बनाई गई लोहे की ग्रिल और चिमनी भी गर्मी से पिघल गई हैं। इससे पाइप लाइन को दुरूस्त करना पड़ा है। कुल तीन श्मशान हैं, जिनमें रामनाथ घीला, अश्विनकुमार और जहाँगीरपुरा शामिल हैं। तीनों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किया जा रहा है। पिछले दस दिनों से डेडबॉडी वैन के साथ निजी वाहनों में भी शव लाए जा रहे हैं। सोमवार को भी सूरत में कोरोना से 18 लोगों की मौत हो गई। 

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