रायपुर / जगदलपुर, 13 अप्रैल (हि.स.) । शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में पशुधन विकास विभाग के डेयरी उद्यमिता विकास योजना से छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के संतोष राव ने डेयरी को अपना व्यवसाय बनाकर स्वरोजगार के अवसर प्राप्त किए है।
वर्ष 2016-17 में राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना (2016) अन्तर्गत विकास खण्ड जगदलपुर ग्राम सेमरा के निवासी संतोष राव को बैंक लिक्ड प्रकरण अन्तर्गत डेयरी इकाई स्वीकृत किया गया था। डेयरी के भौतिक सत्यापन के समय 17 पशु डेयरी में उपलब्ध जिससे 140-150 लीटर दुग्ध प्रति दिन दुग्ध उत्पादन हो रहा था। हितग्राही द्वारा डेयरी का उत्तम प्रबंधन करने के कारण हितग्राही के लिए डेयरी आय का समुचित साधन उपलब्ध हो गया। वर्तमान में लगभग 45 पशु अच्छे नस्ल के डेयरी में उपलब्ध है। पशुओं को रखने के लिए पशु शेड का भी व्यापक विस्तार किया गया है। सूखे चारे तथा जल का भी उचित प्रबंध डेयरी स्थल में किया गया।
संतोष राव ने बताया कि प्रतिदिन 250-260 लीटर दुग्ध का उत्पादन लिया जा रहा है। जिसका विक्रय 45-50 रूपये प्रति लीटर की दर से स्थानीय बाजार में किया जा रहा है। वर्ष 2016-17 से अब तक राव के द्वारा डेयरी में उत्पन्न नर बछडो का विक्रय कर आर्थिक लाभ प्राप्त किया। साथ ही संतोष राव ने पशु व्यापारी पंजीयन कराकर पशुओं का क्रय-विक्रय का कार्य किया है। साथ ही डेयरी में कृत्रिम गर्भाधान के फलस्वरूप उत्पन्न मादावत्सों के पालन हेतु विभागीय योजना अंतर्गत लाभ प्राप्त कर रहें है। योजना अंतर्गत मादावत्सों के पालन पोषण हेतु चार माह से 24 माह तक पशु आहार के रूप में हितग्राही को श्रेणीवार 15 हजार से 18 हजार रुपये तक का लाभ दिया जाता है। साथ ही राव द्वारा अपने डेयरी में दो से तीन श्रमिकों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है। उन्होंने बताया कि डेयरी से प्रत्येक माह एक लाख 20 हजार रूपये तक की आमदनी प्राप्त हो रही है। हितग्राही संतोष राव के अनुसार विभाग के इस योजना से बहुत लाभ प्राप्त हो रहा है। तथा बैंक ऋण किस्त का भी नियमित भुगतान किया जा रहा है। विभागीय योजना का लाभ लेकर राव बहुत खुश है।