नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय शेयर बाजार में आज लॉकडाउन का डर हावी रहा। इसके कारण बाजार में बिकवाली का दबाव बना। तेज बिकवाली के कारण सेंसेक्स एक फरवरी के बाद पहली बार गिरकर 48 हजार अंक के नीचे बंद हुआ। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही बाजार पर डर हावी रहा। बीएसई का सेंसेक्स 1707.94 अंक टूटकर 3.44 फीसदी की गिरावट के साथ 47883.38 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई के निफ्टी ने 524.05 अंक फिसलकर 3.25 फीसदी का गोता लगाते हुए 14310.80 के स्तर पर आज का कारोबार बंद किया। बाजार की इस भारी गिरावट के कारण आज के कारोबार में निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।आज सुबह सुबह 9.30 बजे बीएसई का सेंसेक्स 1293 अंक का गोता लगाते हुए 2.61 फीसदी गिरकर 48298 के स्तर पर खुला। एनएसई का निफ्टी भी 376 अंक फिसलकर 2.53 फीसदी की जोरदार गिरावट के साथ 14459 के स्तर पर खुला। बाजार खुलने के बाद इसमें लगातार बिकवाली का ही दबाव बना रहा। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स बिकवाली के दबाव में एक बार 1849.82 अंक गिरकर 47741.50 अंक तक लुढ़क गया। वहीं 561.70 अंक गिरकर आज के सबसे निचले स्तर 14273.20 तक पहुंच गया, लेकिन बाद में शॉर्ट सेल के सौदों के निपटारे के कारण बाजार बंद होते होते हालात में मामूली सुधार हुआ। इसके कारण सेंसेक्स 47883.38 के स्तर तक और निफ्टी 14310.80 के स्तर तक पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 29 शेयरों में आज गिरावट का रुख बना रहा। इंडेक्स में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 8.6 फीसदी नीचे आ गया है। वहीं डॉ. रेड्डीज का शेयर 4.8 फीसदी ऊपर चढ़कर बंद हुआ। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि आज की गिरावट की सबसे बड़ी वजह कोरोना संक्रमण का बेकाबू होना रहा है। देश में कोरोना संक्रमण ऑल टाइम हाई पर है, जिसके कारण कई जगहों पर लॉकडाउन का खतरा बन गया है। लॉकडाउन होने की स्थिति में सभी कंपनियों के कामकाज पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इसके अलावा एक वजह चौथी तिमाही के नतीजों के पहले निवेशकों का नर्वस होना भी है। माना जा रहा है कि पिछली लगातार दो तिमाही में बेहतर नतीजे आने के बाद कोरोना इफेक्ट के कारण अगली यानी चौथी तिमाही के नतीजे प्रभावित हो सकते हैंं। इस डर ने निवेशकों को पहले से ही सतर्क कर रखा है। आज जैसे ही महाराष्ट्र में लॉकडाउन की चर्चा तेज हुई, ज्यादातर निवेशकों ने आनन फानन में बिकवाली कर अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया। इसके साथ ही आज दुनियाभर के शेयर बाजार नकारात्मक दवाब में काम करते रहे। चीन का शंघाई कंपोजिट, हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग और जापान का निक्केई इंडेक्स पूरे कारोबार के दौरान निगेटिव ट्रेड करते रहे। जिसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा। इन तीन वजहों के कारण आज शेयर बाजार संभल नहीं सका।
2021-04-12