प्रयागराज, 12 अप्रैल(हि.स.)। कोरोना महामारी से प्रयागराज के लोग बेहद डरे-सहमे नजर आ रहे हैं। कोरोना अब-तक राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक क्षेत्र की कई महत्वपूर्ण हस्तियों की जान ले चुका है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हालांकि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर काफी कुछ प्रयास किये गए हैं। लेकिन कोरोना की मारकता थमने का नाम नहीं ले रही है।
हालात यह है कि रोज ही नगर में नए कोरोना संक्रमितों की संख्या एक हजार का आंकड़ा पार कर रही है। 24 घंटे पहले नगर में 1682 नए कोरोना संक्रमित पाए गए।
कोरोना की चपेट में आने से पूर्व सांसद श्यामा चरण गुप्ता समेत तीन लोगों की जान चली गई। जबकि एक नामचीन उर्दू साहित्यकार समेत दो लोगों की बीमारी के चलते मौत हो गई।
गौरतलब है कि कोरोना की चपेट में आने से समाजसेवी जाने माने फिजिशियन डाॅ. मिलन मुखर्जी की जान चली गई। उनके बाद भाजपा के पूर्व सांसद और शहर के बड़े व्यापारी श्यामाचरण गुप्त कोरोना के चलते काल के गाल में समा गए। सोमवार सुबह केशरी नाथ त्रिपाठी के भतीजे विकास चन्द्र त्रिपाठी को कोरोना ने अपने आगोश में ले लिया।
प्रयागराज के जाने माने साहित्यकार कलीम उर्फी का लम्बी बीमारी के चलते रविवार दोपहर निधन हो गया। कलीम उर्फी ने उर्दू भाषा में 100 अधिक पुस्तकें ,कई कहानियां और कविताएं भी लिखी थीं। कलीम उर्फी का नेहरू परिवार से गहरा सम्बन्ध था।
इसी तरह अमृत प्रभात के खेल जगत के वरिष्ठ पत्रकार कुलभाष्कर मिश्र की अचानक मौत हो गई। वे जाने-माने खेल प्रशिक्षक भी थे। उनके असमय अवसान से उनके पत्नी बच्चे अनाथ हो गए हैं।