-बहोरनपुर में खुदाई के दौरान मिल रहीं तथागत बुद्ध की अलग-अलग मूर्तियां
हजारीबाग, 11 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय पुरातत्व विभाग के तत्वावधान में बहोरनपुर में हो रही खुदाई के दौरान अलग-अलग तरह की मूर्तियां मिल रही हैं। इस क्रम में भगवान बुद्ध के अभिलोकितेश्वर छवि की मूर्तियां मिली हैं। माना जा रहा है कि बहोरनपुर में वर्ल्ड हेरिटेज बनने की क्षमता है। इन मूर्तियां को देखने के लिए आसपास के कई जिलों के लोग यहां पहुंच रहे हैं।
भारतीय पुरातत्व विभाग पटना के निदेशक डॉ राजेंद्र देहुरी ने बताया कि अभिलोकितेश्वर की मूर्ति पहले ही मिली थी लेकिन गिरी हुई थी, उसे सीधा किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बारे में अध्ययन करने की जरूरत है। हर धर्म में भगवान व आराध्य देव की अलग-अलग छवि प्रस्तुत की जाती है। ऐसे में इस बारे में अध्ययन करने से बहुत कुछ स्पष्ट होगा।
इतिहासकार डॉ गोपाल जी सहाय अखौरी ने बताया कि बहोरनपुर स्थल करीब 15 सौ साल पहले का होगा और यह बौद्ध उपासना केंद्र रहा होगा। यहां से बौद्ध धर्म का प्रचार अन्य स्थानों पर किया जाता होगा। उन्होंने बताया कि गया में भगवान बुद्ध को ज्ञान मिला। इटखोरी होते हुए हजारीबाग और यहीं से बौद्ध धर्म का प्रचार लंका तक गया होगा। ऐसे में इस क्षेत्र के इतिहास पर विशेष गौर करने की जरूरत है।
इस बारे में उन्होंने म्यूजियम बनाने की बात कही ताकि यहां प्राप्त मूर्तियों का अवलोकन कर लोग इतिहास के बारे में जान सकें। साथ ही कहा कि बहोरनपुर में वर्ल्ड हेरिटेज बनने की क्षमता है। सरकार को इस दिशा में प्रयास करना चाहिए।
स्थानीय निवासी पप्पू यादव का कहना है कि प्रारंभ में यह टीला दिखता था लेकिन नित नई मूर्तियां यहां मिल रही है। ऐसे में इस स्थल के प्रचार-प्रसार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में पहल करना चाहिए ताकि लोगों को यहां के इतिहास के बारे में जानकारी मिल सके।
2021-04-11