कोरोना संक्रमण के चलते सहरसा में 28 कंटेन्मेंट जोन

सहरसा,10 अप्रैल (हि.स.)। जिले में कोरोना संक्रमण में अप्रत्याशित वृद्धि के संदर्भ में प्रशासनिक तैयारियां एवं कोविड टीकाकरण के संबंध में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने  सहरसा जिला से संबंधित निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में  राज्य सभा सदस्य प्रो० मनोज कुमार झा, खगडि़या के सांसद महबूब अली कैसर, सहरसा के विधान सभा सदस्य आलोक रंजन, महिषी के विधान सभा सदस्य गुंजेश्वर साह एवं सिमरी बख्तियारपुर के विधान सभा सदस्य मो. युसूफ सलाहुद्दीन शामिल हुए।

सहरसा जिला में कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा हॉट स्पॉट क्षेत्र नगर परिषद क्षेत्र है जहाँ वर्तमान में 96 सक्रिय पॉजिटिव मामले हैं। गाँधी पथ, डी.बी.रोड, कायस्थ टोला, न्यू कालोनी, नगर परिषद, सहरसा क्षेत्र में हॉट स्पॉट बने हुए हैं लेकिन संक्रमण के मामले लगभग सभी वार्डों में हैं। कहरा ग्रामीण क्षेत्र में 22 सक्रिय पॉजिटिव मामले हैं। साथ ही जिले के अन्य प्रखंड क्षेत्रों में भी पॉजिटिव मामले प्रकाश में आए है। 
सक्रिय पॉजिटिव मामलों के आधार पर कुल-28 कन्टेनमेंट जोन बनाये गये। इनमें 23 शहरी क्षेत्र एवं 5 ग्रामीण क्षेत्र हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दूसरे फेज में दो नये ट्रैंड देखने को मिल रहे हैं। इनमें बिना लक्षण वाले ए. सिमटोमेटिक मामलों से भी ज्यादा तीव्र गति से संक्रमण बढ़ रहा है। दूसरा ट्रेंड इस बार 20 से 40 आयुवर्ग के लोगों में ज्यादा संक्रमण के मामले प्राप्त हो रहे हैं। वर्तमान में 95 पॉजिटिव मामले इसी आयुवर्ग के हैं।  
वर्चुअल बैठक में खगडि़या सांसद महबूब अली कैसर ने कहा कि जाँच में तेजी लाने की जरूरत है। 20-40 आयुवर्ग के सभी लोगों के टीकाकरण हेतु प्रस्ताव भेजें।  कला संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री -सह- सहरसा विधान सभा सदस्य आलोक रंजन ने अधिक से अधिक टीकाकरण पर जोर देते हुए कहा कि ए.एन.एम. की संख्या बढ़ाकर इसे क्रियान्वित कराएं। साथ हीं उन्होंने ज्यादा से ज्यादा जाँच कार्य पर बल दिया। जिलाधिकारी ने प्रतिनिधियों को जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के संदर्भ में प्रशासन की तैयारियों एवं कारवाई के संबंध में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सहरसा जिला में कोरोना संक्रमण का प्रथम सेम्पल पिछले साल 23 मार्च को लिया गया था। तब से इस साल 08 मार्च  तक कुल-3 लाख,72 हजार,413 सैम्पल की जाँच की गई। जाँच के आधार पर प्रथम फेज में 6 हजार,867 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गये। आइसोलेशन के उपरांत इनमें से 6 हजार, 855 पॉजिटिव व्यक्ति रिकवर कर गये।      इस दरम्यान कोरोना संक्रमण से 12 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई। उनके आश्रितों को अनुग्रह अनुदान की राशि उपलब्ध करा दी गई है। अभी 09 फरवरी  को सहरसा कोरोना संक्रमण मुक्त जिला बना है। इसके पहले 10 फरवरी से बाद में 08 मार्च  तक शून्य कोरोना पॉजिटिव की स्थिति रही। अब कोरोना संक्रमण के दूसरी फेज के अंतर्गत 09 मार्च  को पहला पॉजिटिव मामला प्रकाश में आया है। इसके बाद अबतक 38 हजार ,857 सेम्पल की जाँच की गई है। इनमें 175 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उनमें से  21 पॉजिटिव स्वस्थ भी हो चुके हैं। अन्य  02 पॉजिटिव मरीजों  को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।
 वर्तमान में जिले में 151 सक्रिय पॉजिटिव मरीज हैं और होम आइसोलेशन में उन्हें चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएं उपलब्ध कराते हुए नियमित रूप से उनसे फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि आर.टी.पी.सी.आर. के माध्यम से अधिक से अधिक संख्या में सेम्पल जाँच के निर्देश दिये गये हैं। होली पर्व के बाद अन्य राज्यों से आने वाले लोगों का रेलवे स्टेशन एवं स्वास्थ्य संस्थानों पर जाँच की जा रही है। संक्रमण के 80 से 90 प्रतिशत मामले होली पर्व के बाद पिछले 7 से 8 दिनों के अंदर मिले हैं। 
   जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि सहरसा रेलवे स्टेशन पर अधिक से अधिक टेस्टिंग कराये जाने के प्रयास किये जाएंगे। साथ हीं सिमरी बख्तियारपुर एवं कोपरिया रेलवे स्टेशन पर भी जाँच की व्यवस्था के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों में जागरूकता देखी जा रही है वे स्वयं जाँच के लिए आगे आ रहे हैं। 

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