नई दिल्ली, 31 अक्टूबर: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि पारंपरिक प्रतिद्वंद्विता, आतंकवाद और छद्म युद्ध, साथ ही झूठी सूचनाएँ और दुष्प्रचार, वर्तमान युग में देश के लिए प्रमुख खतरे हैं।
आज राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए युवाओं को सशक्त बनाने हेतु युवा नेताओं के मंच को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि युद्ध का स्वरूप धीरे-धीरे गैर-सैन्य, संपर्क-रहित होता जा रहा है।
जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा कि बहुआयामी चुनौतियों के इस युग में, राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र-निर्माण अविभाज्य हैं, और देश के युवाओं की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि एक वैश्विक रूप से जुड़ी और सामाजिक रूप से जागरूक पीढ़ी इस नए युद्धक्षेत्र के केंद्र में है। उन्होंने इस पीढ़ी से सुरक्षा और देशभक्ति में संलग्न होने का आह्वान किया।
