अगरतला, 18 अक्टूबर: स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कॉलेजटीला जलाशय के आसपास बनाए गए पार्क को लेकर बहस थमने का नाम नहीं ले रही है। हालाँकि पार्क का औपचारिक उद्घाटन हो चुका है, लेकिन इस संबंध में मानवाधिकार आयोग में मामला दर्ज हो चुका है। इसी मामले के मद्देनजर, शनिवार को एक प्रशासनिक प्रतिनिधिमंडल और मानवाधिकार आयोग के सदस्यों ने पार्क का दौरा किया।
प्रतिनिधियों ने बताया कि प्रवासी पक्षी कई वर्षों से इस जलाशय में आश्रय लेते रहे हैं। लेकिन पार्क के निर्माण के बाद यह क्षेत्र एक तरह का व्यावसायिक केंद्र बनता जा रहा है, जिसका जैव विविधता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। संबंधित विभाग इस मामले की गंभीरता से जाँच कर रहे हैं।
पहले पर्यावरण एवं जल निकाय संरक्षण मंच ने पार्क के निर्माण का विरोध करते हुए मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। उसी शिकायत के आधार पर, मानवाधिकार आयोग के प्रतिनिधि, भूमि एवं राजस्व विभाग के अधिकारी, पर्यावरण एवं जल निकाय संरक्षण मंच के सदस्य और अन्य प्रशासनिक अधिकारी आज कॉलेजटीला पार्क पहुँचे। निरीक्षण के दौरान विभिन्न पहलुओं की जांच की गई, विशेष रूप से जल निकाय के पर्यावरणीय प्रभाव, पक्षियों की आवाजाही और पार्क में वाणिज्यिक गतिविधियां पर्यावरण के अनुकूल कैसे हैं।
