गुवाहाटी, 17 अक्टूबर: असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत को लेकर बक्सा जिला जेल में भड़की हिंसा के बाद, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की घोषणा की है। इसके साथ ही, इस मामले के लिए एक विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति का भी निर्णय लिया गया है।
यह हंगामा तब शुरू हुआ जब गुरुवार को पाँच आरोपियों को बक्सा जिला जेल लाया गया। आरोपियों में श्यामकानु महंत (मुख्य आयोजक), सिद्धार्थ शर्मा (जुबिन गर्ग के प्रबंधक), संदीपन गर्ग (निलंबित एपीएस अधिकारी), नंदेश्वर बोरा और परेश वैश्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इन पाँचों आरोपियों को धुबरी या दीफू जेल भेजा जा सकता था, लेकिन बक्सा के शांतिपूर्ण माहौल और स्थानीय लोगों की सहयोगात्मक मानसिकता को देखते हुए उन्हें वहीं रखा गया। उन्होंने आगे कहा कि अशांति के कारणों की जाँच के लिए न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया के नेतृत्व में एक न्यायिक जाँच आयोग का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि दिवंगत कलाकार जुबिन गर्ग के सम्मान में बनने वाले स्मारक के डिज़ाइन को अंतिम रूप देने के लिए गठित समिति में उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग, करीबी पारिवारिक सदस्य और मित्र शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विशेष जाँच दल मामले की जाँच कर रहा है। महाधिवक्ता की सलाह पर एक विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया जाएगा ताकि निर्धारित समय के भीतर आरोप पत्र प्रस्तुत किया जा सके। इस संबंध में मामलों के शीघ्र निपटारे के लिए एक फास्ट-ट्रैक अदालत की स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने 21 अक्टूबर को असम पुलिस दल के दौरे की अनुमति देने के लिए सिंगापुर सरकार का आभार व्यक्त किया। यह अनुमति विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के हस्तक्षेप से प्राप्त हुई, जिन्होंने इस मामले पर आधिकारिक स्तर पर सिंगापुर सरकार से संपर्क किया था।
