निजी संवाददाता, कैलाशहर, 17 अक्टूबर:
मरीज़ सुबह से इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें नहीं देखा। कैलाशहर के दुर्गापुर इलाके में स्थित जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र ने शुक्रवार को यह शिकायत की। मरीज़ सुबह लगभग 10 बजे से ही दूर-दूर से आकर इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन दोपहर होने तक कोई डॉक्टर नहीं दिखा।
कैलाशहर स्थित जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र दिव्यांगों को विभिन्न निःशुल्क सेवाएँ प्रदान करता है, जिनमें पहचान, प्रमाण पत्र जारी करना, सहायक उपकरण वितरण, विशेषज्ञ चिकित्सा सेवा, अत्याधुनिक फिजियोथेरेपी, कृत्रिम अंग लगाना और अंगों की गतिशीलता के लिए सहायक उपकरण जोड़ना शामिल है। केंद्र की इस गतिविधि के लिए 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति ने केंद्र को सम्मानित किया था।
हालांकि, पिछले कुछ महीनों से ज़िले के दिव्यांगजन जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र की सरकारी चिकित्सा सेवाओं से वंचित हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि डॉक्टर नियमित रूप से नहीं आते। ज़िले के विभिन्न हिस्सों से आने वाले मरीज़ घंटों चक्कर काटते हैं, लेकिन उन्हें डॉक्टर देखने का मौका नहीं मिलता। मरीज़ों के परिजनों की शिकायत है कि डॉक्टर अक्सर समय पर या नियमित रूप से केंद्र पर नहीं आते। इस बारे में पूछे जाने पर केंद्र के कर्मचारी भी मुँह खोलने से कतराते हैं।
स्थानीय लोगों की माँग है कि संबंधित अधिकारी इस केंद्र की सेवाओं को सामान्य और प्रभावी बनाने के लिए तत्काल कदम उठाएँ, ताकि दिव्यांगजन चिकित्सा सेवाओं से वंचित न रहें। साथ ही, मरीज़ों और उनके परिजनों को परेशान करने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई की जाए।
