Om Birla:एमएसएमई सेक्टर हमारी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार: लोक सभा अध्यक्ष

30HNAT53 एमएसएमई सेक्टर हमारी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार: लोक सभा अध्यक्ष

नई दिल्ली 30 सितंबर (हि. स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि एमएसएमई सेक्टर हमारी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। उन्होंने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा भारत के एमएसएमई और घरेलू उद्योगों को दी गई हर प्रकार की सहायता की सराहना की। बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि एमएसएमई के उद्यम से ही आत्मनिर्भर भारत अभियान को सिद्धि मिलेगी तथा देश सशक्त होगा।

बिरला ने आज यहां पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 117वें वार्षिक सत्र को सम्बोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने देश की 75 वर्षों की यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की असाधारण उपलब्धियों में हर देशवासी का योगदान है तथा देश के उद्यमियों ने राष्ट्रनिर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया है। इन 75 वर्षों में भारत सकल राष्ट्रीय खुशहाली में ऊंची छलांगें लगाई हैं। हमारे तीन-चौथाई से ज्यादा लोग अब शिक्षित हैं। उन्होंने कहा कि हमारी औसत जीवन प्रत्याशा दोगुनी से ज्यादा हो गई है। खाद्य उत्पादन में हम आत्मनिर्भर हैं, आज हम दुनिया की बड़ी आबादी को भोजन देने में सक्षम हैं। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क आज हमारे देश में है।

देश की वैश्विक स्तर पर उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि भारत आज लंबे समय से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान सरकार ने देश में कारोबारी जगत में कई सुधारों को लागू किया है, जिससे विदेशी निवेश में वृद्धि हुई है। बिरला ने यह भी बताया कि भारत ने कृषि, उद्योग और सेवा जैसे हर क्षेत्र में प्रगति की है और देश आज तेजी से आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि देश फार्मा, तकनीक, साइबर, डिफेंस, अंतरिक्ष, शिक्षा, अनुसंधान जैसे हर क्षेत्र में उत्पादन और एक्सपोर्ट बढ़ा रहा है।

देश की युवा शक्ति के विषय में लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत के युवा अपने सकारात्मक दृष्टिकोण, योग्यता और समृद्ध सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत के बल पर देश की उन्नति में नए आयाम जोड़ रहे हैं।

बिरला ने हर्ष व्यक्त किया कि अनेक भारतीय युवा आज अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों और संस्थाओं में शीर्ष पदों पर नेतृत्व कर रहे हैं। भारतीय डॉक्टर, वैज्ञानिक, वकील, इंजीनियर, कारोबारी पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं जो बहुत ही सकारात्मक संकेत हैं।

उन्होंने आगे कहा कि मेक इन इंडिया के लिए लोकल सप्लाई चेन बने, जो भारत की विदेशों पर निर्भरता कम कर सके और “आत्मनिर्भर भारत” के निर्माण में अपनी भूमिका का और अधिक विस्तार करे।

वार्षिक सत्र के विषय ‘’भारत-2047’’ का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि 2047 में देश को विकसित देश के रूप में उभारने के दूरदर्शी और ज़रूरी कार्य में पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का बड़ा दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न ने देश को सकारात्मक दिशा दी है जिसे पीएचडी जैसे संस्थान आगे बढ़ा रहे हैं। श्री बिरला ने ज़ोर देकर कहा कि इस सम्मेलन से यह सामूहिक संकल्प जाए कि वर्ष 2047 में जब हमारी आजादी के सौ वर्ष पूरे हों, तो हमारा देश विकसित राष्ट्र हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *