नई दिल्ली, 08 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि तकनीक का उपयोग कर जानकारी हासिल करना अपनी जगह ठीक है लेकिन उसके लिए किताबों के अध्ययन की आदत छोड़ देना सही नहीं है। प्रधानमंत्री अहमदाबाद में नवभारत साहित्य मंदिर द्वारा आयोजित ‘कलाम नो कार्निवल’ पुस्तक मेले के उद्घाटन समारोह को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जानकारी हमारे दिमाग में होने से हम उसका गहराई से विश्लेषण करते हैं। इससे सोच के नए आयाम बनते हैं। इससे ही नए शोध और नवाचार का रास्ता खुलता है। इसमें किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त बनती हैं।
उन्होंने कहा, “आज इंटरनेट के जमाने में ये सोच हावी होती जा रही है कि जब जरूरत होगी तो इंटरनेट की मदद ले लेंगे। तकनीक हमारे लिए निःसन्देह जानकारी का एक महत्वपूर्ण जरिया है लेकिन वो किताबों को, किताबों के अध्ययन को रिप्लेस करने का तरीका नहीं है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुस्तक और ग्रंथ दोनों हमारी विद्या उपासना के मूल तत्व हैं। गुजरात में पुस्तकालयों की तो बहुत पुरानी परंपरा रही है।
मोदी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने ‘वांचे गुजरात’ अभियान शुरू किया था। आज ‘कलम नो कार्निवल’ जैसे अभियान गुजरात के उस संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं। इस वर्ष ये पुस्तक मेला एक ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। अमृत महोत्सव का एक आयाम ये भी है कि हम हमारी आजादी की लड़ाई के इतिहास को कैसे पुनर्जीवित करें।