नई दिल्ली, 28 फरवरी (हि.स.)। यूक्रेन संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठकर कर कई महत्वपूर्ण फैसले लिये हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि यूक्रेन के पड़ोसी देशों में सरकार चार मंत्रियों को भेजेगी, जो वहां फंसे भारतीय छात्रों एवं नागरिकों को सुरक्षित देश वापसी में मदद करेंगे।
बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह समेत उच्च अधिकारी शामिल हुये। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अब तक यूक्रेन से छात्रों की स्वदेश वापसी के लिये उठाये गये कदमों की विस्तृत जानकारी ली।
बैठक में सरकार ने अपने प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत के तौर पर यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का निर्णय किया है, ताकि भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी के मिशन को लेकर बेहतर समन्वय किया जा सके। साथ ही छात्रों की मदद की जा सके।
उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को पड़ोसी देशों की यात्रा पर भेजने का निर्णय लिया गया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को भी यूक्रेन संकट पर एक बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा था कि भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।