कीव, 28 फरवरी (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद राजधानी कीव में फंसे भारतीयों को बचाने की भारत सरकार की कोशिशें अब रंग ला रही हैं। यूक्रेन सरकार ने कीव में कर्फ्यू हटाने की घोषणा की है। कीव में फंसे भारतीय छात्रों एवं अन्य भारतीयों को यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन भी चलायी जाएगी, ताकि उन लोगों की सुरक्षित भारत वापसी सुनिश्चित करायी जा सके।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे 18 हजार से अधिक भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों की राह पकड़ी है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया के रास्ते दिल्ली लाने की रणनीति बनाई गयी है। इसके लिए इन देशों की यूक्रेन के साथ सटी सीमाओं पर विशेष भारतीय प्रतिनिधियों की तैनाती की गयी है।
इस रणनीति के क्रियान्वयन की शुरुआत तो हो गयी, किन्तु यूक्रेन की राजधानी कीव में भारी संख्या में भारतीय फंसे रह गए। रूसी सेनाओं के कीव पर हमले के चलते वहां कर्फ्यू लगा दिया गया था। इस कारण लोग कीव से बाहर निकल नहीं पा रहे थे।
कीव स्थिति भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट कर जानकारी दी है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया गया है। ट्वीट में सभी छात्रों को सलाह दी गयी है कि वे रेलवे स्टेशन पहुंचें, ताकि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों की यात्रा कर सकें।
ट्वीट में बताया गया है कि यूक्रेन रेलवे छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए विशेष रेलगाड़ियां चला रहा है। छात्रों को पश्चिमी यूक्रेन पहुंचाकर वहां से पड़ोसी देशों के रास्ते से भारत लाने की तैयारी है।