र्रुखाबाद, 25 फरवरी (हि.स.)। जिले में यूक्रेन में हुए हमले के बाद वहां पर रहे छात्रों के परिजन चिंतित हो गए हैं। वह लगातार अपने बच्चों से संपर्क कर वहां के हालातों की जानकारी ले रहे हैं। लेकिन फार्मासिस्ट के पुत्र समेत कई बच्चे अभी भी वही हैं और फिलहाल सुरक्षित हैं। लेकिन उनकी कुशलता को लेकर अब परिजन चिंतित हैं।
बिगड़े हालातों के बीच यूक्रेन से लौटी फर्रुखाबाद जनपद के आवास विकास की रहने वाली एमबीबीएस की छात्रा तान्या राठौर ने बताया कि माहौल खराब होने बाद उसके पिता विजय राठौर ने उसकी टिकट करा दी थी। जिले में उसके साथ पढ़ने वाले छात्रों को भी वह जानती है। जो उसकी यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं और वहां फंस गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तान्या ने गुजारिश की है कि वहां फंसे लोगों को वापस देश लाया जाए।
तान्या राठौर ने बताया कि इस टाइम वहां पर हालात बहुत ही खराब है। मेरे सारे दोस्त वहां फंसे हुए हैं। उनको कोई हेल्प नहीं मिल पा रही है। सारी फ्लाइट्स बंद हो चुकी है। अगर इंडियन गवर्नमेंट कुछ करेगी तभी कुछ हो सकता है। तान्या राठौर ने बताया वहां की गवर्नमेंट हम लोगों के लिए कुछ नहीं कर रही है और यहां की गवर्नमेंट बोल रही है कि अभी हम प्लान कर रहे हैं। बच्चों को बॉर्डर तक खुद जाना पड़ेगा। वहां से इंडियन गवर्नमेंट के जो प्लेन है उनको मदद देंगे। हालात बहुत ही बद से बदतर हैं। बिजली, पानी, जरूरतमंद सामान भी खत्म होते जा रहे हैं। जो स्टूडेंट के पास सामान है अगर वह खत्म हो जाएगा तो आगे उनके पास कुछ भी नहीं है। फर्रुखाबाद में मेरी जानकारी में 5 लोग हैं जिसमें दो लोग घर वापस आ गए हैं और बाकी तीन लोग वहां फंसे हुए हैं।
तान्या राठौड़ ने हिन्दुस्थान समाचार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि मेरे जो भी फ्रेंड यूक्रेन में हैं, जो एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उनको जल्द से जल्द भारत लाने का प्रयास करें और सेफ्टी से घर पहुंचाएं।
मैनपुरी जनपद के भोगांव थाना क्षेत्र के गड्ढा निवासी कमलेश राजपूत शमशाबाद थाना क्षेत्र के चिलसरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट हैं। उनका बड़ा पुत्र 22 वर्षीय पुत्र प्रतीक यूक्रेन में ओडेसा में एमबीबीएस कर रहा है। कमलेश राजपूत ने बताया कि प्रतीक से बात हुई है। प्रतीक ने बताया है कि यूक्रेन के हालत खराब होते जा रहे हैं। वहां लगातार बमबारी हो रही है।
कमलेश ने बताया कि, प्रतीक से जब बात हुई तो उसने बताया कि दूसरे देश में शिफ्ट करने की बात चल रही है। दूसरे देश में शिफ्ट होने के बाद वह भारत आ जाएगा। फार्मासिस्ट ने बताया की जिले में कई छात्र-छात्राएं वहां पर एमबीबीएस कर रहे हैं। फार्मासिस्ट, पत्नी अनीता के साथ सामुदायिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आवास पर रह रहे हैं।