नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली में आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में आजादी का रक्तदान महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) एंव अन्य अर्धसैनिक बल के जवानों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के तहत शुक्रवार (25 फरवरी) को मेगा ब्लड डोनेशन कैंप 3.0 का समापन किया गया।
एम्स के कम्युनिटी सेन्टर में सुबह 8:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक रक्तदान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आइटीबीपी के डीजी संजय अरोड़ा एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया एम्स के एमएस डी के शर्मा भी पहुंचे।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने बताया कि एक दिवसीय मेगा रक्तदान शिविर में स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आईटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आरएएफ सहित सीएपीएफ के सैकड़ों जवानों रक्त किया। वहीं शिविर में सीएपीएफ के एक हजार से अधिक कर्मियों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। अर्धसैनिक बल पिछले तीन वर्षों से इस वार्षिक रक्तदान शिविर में स्वेच्छा से भाग ले रहे है। वहीं इस वर्ष भी शिविर की थीम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ रखा गया है। यह रक्तदान एम्स 18 से 25 फरवरी, 2022 तक सप्ताह भर चलने वाला है।
इसी क्रम में एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा में हमेशा जवान जुटे रहते हैं। वही जब देश के लिए स्वैच्छिक रक्तदान करने की बात आती है तो उसके लिए भी यह जवान सबसे आगे खड़े मिलते हैं। नई दिल्ली स्थित एम्स की ओर से आज मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें सभी फोर्सेज के हजारों जवानों ने अपना स्वैच्छिक रूप से रक्तदान किया।
डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने बताया कि आज एम्स में आज आजादी का रक्तदान महोत्सव मनाया गया। उन्होंने बताया कि पिछले साल 2000 यूनिट ब्लड किया गया था लेकिन इस बार उससे अधिक है।
वहीं आइटीबीपी के डीजी संजय अरोड़ा ने बताया देश आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहा है। दिल्ली के एम्स अस्पताल में रक्तदान महोत्सव इस उपलक्ष में मनाया जा रहा है जहां पर एक बड़े स्तर पर मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया है।